पानी भरे अस्पताल में मां के शव के पास रोता रहा बेटा
मामला श्योपुर जिले के बड़ोदा का है जहां भारी बारिश के चलते सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में 2-3 फिट तक पानी भर गया था। इसी बीच बड़ौदा के ही वार्ड 15 में रहने वाले राजकुमार आदिवासी की मां के पेट मे दर्द उठा। पानी बरसने के कारण वो मां को वक्त पर अस्पताल लेकर नहीं पहुंच पाया और जब अस्पताल लेकर पहुंचा तो डॉक्टरों ने मां को मृत घोषित कर दिया। राजकुमार का कहना है कि मां की मौत के बाद उसे शव वाहन नहीं मिला जिसके कारण अस्पताल में भरे पानी के बीच ही उसका शव बिस्तर पर रखा रहा। अस्पताल प्रबंधन ने उसकी कोई खैर खबर तक नहीं ली। मीडिया के पहुंचने पर डॉक्टरों ने लिया संज्ञान
इस झकझोर देने वाली घटना का पता चलते ही जब मीडियाकर्मी अस्पताल पहुंचे तो अस्पताल के डॉक्टर्स ने मामले पर संज्ञान लिया और शव वाहन की व्यवस्था कर महिला के शव को उसके घर तक पहुंचाया गया। अस्पताल के बीएमओ डॉ. अनिल बाथम ने बताया कि अस्पताल लाने से पहले ही मरीज की मौत हो चुकी थी। शव वाहन की व्यवस्था नगर पालिका के द्वारा की जाती है उनसे संपर्क किया गया था और बाद में शव को घर पहुंचाया गया।