बस में सवार यात्रियों से मिली जानकारी के मुताबिक रात के करीब 10:30 बजे मां वैष्णो कंपनी की निजी स्लीपर कोच बस का ड्राइवर एक हाथ से मोबाइल से बात करने लगा और दूसरे हाथ से स्टेरिंग साध रहा था। तभी अचानक बस का संतुलन बिगड़ गया, बस अनियंत्रित होकर सड़क से उतरकर खाई में पलट गई। यात्रियों का कहना था कि एक बार तो लगा कि कोई नहीं बचेगा। बस में अफरा-तफरी मच गई। सभी लोग बस से बाहर निकलने के लिए इधर-उधर भाग रहे थे। कुछ लोगों को सांस लेने में दिक्कत होने लगी। कुछ लोगों ने बस के शीशे तोड़े और जैसे-तैे लोग बस से बाहर निकले।
सुनसान इलाके के कारण नहीं पहुंची मदद
बस में सवार ज्यादातर लोग घायल हो गए हैं। 25 यात्री घायल हुए हैं, वहीं कुछ लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है। यात्रियों का कहना है कि सुनसान इलाका था, हर जगह फोन लगाया, लेकिन कोई मदद नहीं मिली। रात का समय था। इसीलिए गंभीर रूप से घायल लोगों को अस्पताल पहुंचाना मुश्किल था।
भाजपा नेर्ता को किया फोन तब मिली मदद
एक यात्री ने भाजपा नेता अशोक गर्ग को फोन किया। तब वह गाड़ी लेकर 20 मिनट में मौके पर पहुंच गए। उन्होंने चारों तरफ पुलिस को फोन लगाएं, जो लोग गंभीर घायल थे, उन्हें तत्काल अपनी गाड़ी से जिला अस्पताल भिजवाया। जब पुलिस की गाडिय़ां और एंबुलेंस आ गई तो फिर बाकी के घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया। सभी यात्रियों को करीब 12 बजे तक अस्पताल पहुंचा दिया गया। यहां उनका उपचार जारी है।
बस में करीब 50 यात्री थे
मानपुर थाना इलाके के चक बमुलिया गांव के पास हुए सड़क इन सभी लोगों को उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। घायलों में ज्यादातर लोग मजदूर हैं, जो टाइल्स ग्रेनाइट लगाने और अन्य कामों में मजदूरी करने के लिए विजयपुर और वीरपुर इलाके से जयपुर के लिए जा रहे थे।
बैंक के सहायक मैनेजर भी थे सवार
विजयपुर से जयपुर जा रही इस बस में वीरपुर के मध्यप्रदेश ग्रामीण बैंक के सहायक मैनेजर सौरव शर्मा भी घायल हुए हैं। उन्होंने बताया कि हाल ही में उनका प्रमोशन सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया में हुआ है। उन्हें मुंबई में ज्वाइनिंग देनी थी, इसके लिए वह बुधवार की रात स्लीपर कोच में सवार होकर विजयपुर से जयपुर जाने के लिए निकले थे। बस हादसा होने की वजह से वह घायल हो गए।
नियम विरूद्ध चल रहे यात्री वाहन
जानकारी के मुताबिक नहर कैनाल के रास्ते श्योपुर को ढोढर होते छाबर और अन्य इलाकों से जोडऩे वाली सड़क का निर्माण अभी पूरा नहीं हुआ है। इसके बावजूद बिना परमिशन के इस सड़क से यात्री बसों का संचालन किया जा रहा है। वहीं सूत्रों से यह भी जानकारी मिली है कि परिवहन विभाग ने इस सड़क पर बस संचालकों को बसें चलाने की परमिशन नहीं दी है। पूर्व में सीधी जिले में हुए बस हादसे को ध्यान में रखते हुए नहर कैनाल की इस सड़क पर सभी मापदंडों को पूरा होने के बाद ही परिवहन विभाग इस सड़क पर बसें संचालित करने की अनुमति देगा। इसके बावजूद बस संचालक यात्रियों की जान को जोखिम में डालकर नियम विरुद्ध नहर कैनाल वाली सड़क पर बस संचालित कर रहे हैं। श्योपुर से ढोढर और मानपुर सहित अन्य इलाकों के लिए दो दर्जन से ज्यादा बसें इस रोड पर नियमित तरीके से चलाई जा रही हैं, जिनकी वजह से कभी भी कोई भी अप्रिय घटना घटित हो सकती है।
ग्रामीण ने दी हादसे की सूचना
बस हादसे की सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंचे बीजेपी नेता अशोक गर्ग का कहना है कि किसी ग्रामीण ने उन्हें फोन पर हादसे की सूचना दी थी। इसके बाद वह तत्काल मौके पर पहुंच गए और पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने सभी लोगों को जिला अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती करा दिया है।
कांग्रेस विधायक भी पहुंचे अस्पताल
हादसे की सूचना मिलते ही घायलों का हाल जानने के लिए श्योपुर विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस विधायक भी अस्पताल पहुंच गए। वे रात करीब 1 बजे जिला अस्पताल पहुंचे और घायल मरीजों का हाल जाना। उन्होंने डॉक्टरों से भी बात की और सभी घायलों का ठीक तरह से उपचार कराने का आश्वासन घायलों को दिया है।
सभी अस्पताल में भर्ती उपचार जारी
मामले में कोतवाली थाना टीआई सतीश दुबे का कहना है कि बस पलटने से 20 से 25 लोगों ज्यादा चोटें आई हैं। लेकिन किसी की कंडीशन ज्यादा सीरियस नहीं है, सभी को जिला अस्पताल भर्ती करा दिया है। उपचार किया जा रहा है।