उल्लेखनीय है कि कूनो नेशनल पार्क में 11 व 14 जुलाई को दो चीतों की मौत के बाद सभी चीतों को स्वास्थ्य परीक्षण के लिए वापस क्वारंटीन बाड़ों में शिफ्ट करने का निर्णय हुआ और 13 अगस्त तक सभी चीते छोटे बाड़ों में रख दिए गए। इसके बाद 17 से 30 सितंबर की अवधि में सभी 14 चीतों को बड़े बाड़ों में छोड़ दिया गया। अब इन्हें फिर से खुले जंंगल में छोडऩे की प्रक्रिया चल रही है। विभागीय अधिकारियों के अनुसार इस माह के अंत तक 14 में से 6 से 8 चीते खुले जंगल में छोड़े जा सकते हैं।
अभी 2 बाहर और 12 चीते बाड़ों में
कूनो में वर्तमान में 14 वयस्क और एक शावक चीता मौजूद है। इनमें 7 नर चीते गौरव, शौर्य, वायु, अग्नि, पवन, प्रभाष और पावक शामिल हैं, जबकि 7 मादा चीता में आशा, गामिनी, नाभा, धीरा, ज्वाला, निरवा और वीरा शामिल है। इनमें से 2 नर चीते वायु और अग्नि गत 17 दिसंबर को खुले जंगल में छोड़ दिए गए, जबकि अब शेष 12 बाड़े में बंद हैं।
हां, कुछ अन्य चीतों को खुले जंगल में छोड़ा जाना है। इसमें चरणबद्ध तरीके से अलग-अलग चीतों को छोड़ा जाएगा। इसके लिए प्रक्रिया चल रही है।
– उत्तम कुमार शर्मा, सीसीएफ, सिंह परियोजना श्योपुर-शिवपुरी