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UP CM Yogi Adityanath पहुंच रहे शामली तैयारियाें में जुटा प्रशासन यह है पूरा मामला दरसल, कैराना के यमुना खादर क्षेत्र के गांव इससोपुर खुरगान में पांच साल के लिए रेत खनन पट्टा आवंटित है। यहां एनजीटी के आदेशों का पालन और शासन के दिशा-निर्देशों के अनुरूप ही रेत खनन की अनुमति दी गई है। बावजूद इसके खनन ठेकेदारों ने तमाम नियम-कानूनों को ताक पर रख दिया है। यमुना नदी के भीतर पोकलेन मशीनों व अन्य उपकरणों से मुख्य जलधारा को मोड़ दिया गया है। वैध खनन पट्टे की आड़ में मानकों के विपरीत यमुना नदी से प्रतिदिन लाखों रुपए कीमत का हजारों टन रेत निकाल ले जा रहे है। इसके साथ ही जलधारा के अंदर भी मशीनों को चलाया जा रहा है। खनन ठेकेदारों ने यमुना नदी के अंदर से रेत निकलने के लिए एक रास्ता भी बना दिया है। स्थानीय प्रशासन की ओर से भी इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
प्लास्टिक के कट्टे डालकर यमुना की धारा मोड़ी कैराना के गांव इस्सोपुर खुरगान में रात में हो रहे रेत खनन की वीडियो वायरल में युवक के द्वारा बताया जा रहा है कि रेत खनन ठेकेदारों ने प्लास्टिक के कटटों में मिट्टी भरकर यमुना के बीच में अस्थाई पुल तैयार कर दिया है, जिससे रेत खनन ठेकेदार ने यमुना की धारा को भी मोड़ दिया है। वही ग्रामीणों ने प्रशासन से कार्रवाई की गुहार लगाई है।
एसडीएम का बयान वही संबंध में जब कैराना उप जिलाधिकारी उद्भव त्रिपाठी से बात की गई तो उन्होंने बताया कि अगर रात्रि में खनन की कोई वीडियो वायरल हो रही है तो उसकी जांच कराकर संबंधित खनन ठेकेदार के खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई कराई जाएगी। अभी हमारी जानकारी में कोई वीडियो नहीं आया है। प्रशासन किसी को भी अवैध रेत खनन करने की अनुमति नहीं देता है, ना ही रात्रि में खनन होगा।