वहीं किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए कैराना में पीएसी की कंपनियां तैनात कर दी गर्इ हैं। इस मामले में एसपी अजय कुमार पांडेया का कहना है कि नाहिद हसन के खिलाफ कुल 11 मुकदमे दर्ज हैं। उनसे जवाब आैर दस्तावेज मांगे गए हैं। अगर वह विवेचना में सहयोग नहीं करते तो उनको गिरफ्तार भी किया जा सकता है।
उल्लेखनीय है कि 9 सितंबर को सपा विधायक नाहिद हसन से कार के दस्तावेज मांगने को लेकर नाहिद हसन व एसडीएम डॉ. अमित पाल शर्मा के बीच तीखी नोक-झोंक हो गई थी। इसके बाद नाहिद हसन के खिलाफ 10 गंभीर धाराओं में केस दर्ज किया गया। पुलिस ने विधायक के घर के बाहर पेशी का नोटिस भी चस्पा किया, लेकिन वह उपस्थित नहीं हुए।
जिले के एसपी अजय कुमार पांडेय ने बताया कि नाहिद हसन के खिलाफ संगीन धाराओं में शामली, सहारनपुर व गंगोह में कुल 11 केस दर्ज किए गए हैं। कानून की नजर में सब बराबर हैं। सरकारी मुलाजिमों के साथ जो भी अभद्रता करेगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्हें जवाब देने व वाहन के दस्तावेज दिखाने के लिए आज यानी सोमवार शाम 5 बजे तक का समय दिया गया है। अगर विधायक नाहिद हसन पुलिस विवेचना में सहयोग नहीं करेंगे तो उनको गिरफ्तार भी किया जा सकता है।
बता दें कि सोमवार सुबह 8 बजे से ही कैराना की सीमाओं पर पुलिस फोर्स तैनात कर दी गर्इ है। इससे पहले पब्लिक इंटर काॅलेज में एसपी ने जवानों की ब्रीफिंग व दंगा ड्रिल की। इसके बाद पुलिस व पीएसी के जवानों ने कस्बे में पैदल मार्च कर लोगों को सुरक्षा का अहसास कराया। इस दौरान पुलिस की आेर से लाउडस्पीकर पर लोगों को बताया गया कि कैराना में धारा 144 लगी है। कहीं भी चार लोगों से अधिक लोग होने पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। किसी को भी धरना प्रदर्शन की इजाजत नहीं दी गर्इ है।