Pulwama Attack: पाकिस्तान मुर्दाबाद और वंदेमातरम् के नारे लगाते हुए जवानों ने मोदी से की सबसे बड़ी मांग
सीआरपीएफ के काफिले पर हुआ था हमला बता दें कि गुरुवार को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर फिदायीन हमला हुआ था। इस आतंकी हमले में अब तक 38 जवानों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। इस हमले की जिम्मेदारी जैश-ए-मेाहम्मद ने ली है। हमले के बाद पूरे देश के लोग सरकार से पाकिस्तान को सबक सिखाने की मांग कर रहे हैं।
2017 में ही भर्ती हुए थे अमित कुमार शहीद हुए जवानों में दो नाम शामली के बेटों के भी हैं। इनमें से सीआरपीएफ की 92 बटालियन में तैनात जवान अमित कुमार का नाम भी है। सुबह तक उनके गायब होने की खबर थी लेकिन दिन चढ़ते-चढ़ते उनकी शहादत की खबर आ गई। डीएम अखिलेश सिंह ने इसकी पुष्टि की है। अमित कुमार जनपद के आदर्शमंडी थाना क्षेत्र के मोहल्ला रेलपार के रहने वाले थे। करीब दो साल पहले 2017 में ही वह सीआरपीएफ में भर्ती हुए थे। वह परिवार में सबसे छोटे थे और उनलकी अभी तक शादी नहीं हुई है। अमित छह भाई-बहनों में सबसे छोटा था।
पत्नी और बेटे हुए रवाना वहीं, शहीदों में दूसरा नाम प्रदीप कुमार का है। वह कस्बा बनत के रहने वाले थे। उनकी पत्नी अौर दो बेटे गाजियाबाद के गोविंदपुरम में रहते हैं जबकि पिता व भाई शामली में रहते हैं। शहादत की सूचना मिलते ही पत्नी बेटों के साथ गाजियाबाद से शामली के लिए रवाना हो गई थीं। प्रदीप कुमार 21 बटालियन में तैनात थे और वह वर्ष 2005 में सीआरपीएफ में भर्ती हुए थे।