पहली पोस्टिंग हुई फलावदा से मूल रूप से जनपद शामली के गांव मंगलोरा के रहने वाला अंकुर पुत्र राजकुमार वर्ष 2015 में यूपी पुलिस की परीक्षा पास कर भर्ती हुआ था। इसके बाद उसने ट्रेनिंग की। अंकुर की सबसे पहली पोस्टिंग वर्ष 2016 में मेरठ के थाना फलावदा में हुई थी। अंकुर कस्बा चौकी पर ड्यूटी कर रहा था। इस दौरान अंकित की शादी उसके परिजनों ने शामली जनपद के गांव हसनपुर निवासी रामधन की पुत्री से तय कर दी थी। अंकुर की बारात 21 जनवरी को गांव मंगलोरा से हसनपुर में जानी थी, लेकिन शादी से 10 दिन पहले ही अंकुर की ड्यूटी के दौरान संदिग्ध परिस्थितियों में गोली लगने से मौत हो गई। इससे खुशियों से भरे घर में मातम मच गया।
मंगेतर से की थी बात बताया जा रहा है कि अंकुर मौत से पहले अपनी मंगेतर से बात कर रहा था। उसकी फोन कॉल डिटेल में यह पता चला है। अब अंकुर की मौत को लेकर पुलिस भी विभिन्न बिंदुओं पर गहनता से जांच कर रही है। मंगेतर से बात करने के कुछ देर बाद हुई अंकुर की मौत अपने आप में कई बड़े सवाल खड़े कर रही है।
सुबह हुआ अंतिम संस्कार वहीं, शनिवार सुबह करीब 8 बजे सिपाही का शव उसके पृतक गांव मंगलोर पहुंचा। शव जैसे ही गांव में पहुंचा तो लोगों में कोहराम मच गया। सैकड़ों की संख्या में ग्रामीणों की भीड़ अंकुर के घर पर पहले से ही मौजूद थी। सिपाही अंकुर की अंतिम यात्रा में मेरठ और शामली पुलिस के साथ ही गणमान्य लोग भी शामिल रहे। अंकुर का अंतिम संस्कार गांव से कुछ ही दूरी पर स्थित यमुना बांध पर किया गया।