ससुराल वाले करते थे मारपीट दरअसल शुक्रवार को हसीना पत्नी मरहूम घोलू निवासी ईदगाह काॅलोनी सोनीपत हरियाणा ने थाने में तहरीर देते हुए बताया कि उसने अपने पुत्री नईमा का निकाह लगभग 10 वर्ष पूर्व कांधला के मौहल्ला मिर्दगान निवासी आसिफ पुत्र आबिद के साथ किया था। आरोप है कि पिछले कुछ समय से नईमा के ससुराल पक्ष के लोग बाईक व 70 हजार रूपए की मांग कर रहे थे। कई बार आसिफ ने भी फोन करके उससे दहेज की मांग की। मृतका के पिता ने बताया कि उसको समझाने का प्रयास किया तो कुछ समय तक वह शांत रहा, लेकिन अब फिर वह उसकी पुत्री से मारपीट कर रहा था। आरोप है कि नईमा के पति आसिफ के अलावा उसकी ननद और सभी घरवालों ने उसके साथ गुरूवार को मारपीट की।
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मृतका ने पहले ही फोन कर मां को बताई थी पूरी बात मृतका की मां हसीना का आरोप है कि शुक्रवार को 11 बजे उसके पास उसकी पुत्री की मौत का फोन आया। नईमा ने मामले की सूचना अपनी मां को देते हुए बताया कि यह लोग उसको जान से मारने की योजना बना रहे है। कांधला पहुंचने पर नईमा के ससुराल पक्ष के लोगों ने उसके व उसके रिश्तेदारों के साथ बतामीजी करते हुए मारपीट पर उतारू हो गए तथा कहने लगे बहुत लोग रोज मरते है। जिसमें नईमा का पूरा शरीर नीला पड़ चुका था।
घंटों तक थाने में बैठाने का आरोप वहीं मृतक विवाहिता के परिजन का आरोप है कि जब स्थानीय थाने में पहुंचे तो थाने में कोई भी पुलिसकर्मी मौजूद नहीं था और उनकी एक नहीं सुनी। आरोप है कि थानाध्यक्ष ने पीड़ितों को घंटों थाने में बिठाए रखा जब पीड़ितों ने एसपी शामली से फोन कर मामले की जानकारी दी तब थानाध्यक्ष ने मामले की कार्रवाई शुरू की। इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि एसपी से फोन पर बात करने के बाद थानाध्यक्ष ने पीड़ित को फिर से लताड़ लगाई उसके बाद कार्रवाई शुरू की।
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नहीं पहुंची मौके पर सरकारी गाड़ी वहीं पुलिस की कारस्तानी यहीं नहीं खत्म हुई, पीड़ित परिजनों का आरोप है कि थाना अध्यक्ष पूछताछ और कार्रवाई के नाम पर घंटो थाने में पूछताछ करते रहे और मृतका का शव घंटों ससुराल में पड़ा रहा। जब थाना अध्यक्ष से कार्रवाई के बारे में बात की गई तो थानाध्यक्ष ने कहा कि सरकारी गाड़ी के आने के बाद जल्दी मौके पर पहुंचेगे। लेकिन कई घंटों बीत जाने के बाद थानाध्यक्ष प्राइवेट गाड़ी से ही घटनास्थल पर पहुंचे। जब इस बारे में थानाध्यक्ष संजीव कुमार बिश्नोई से बात की गई तो उनका कहना है कि सरकारी गाड़ी किसी सरकारी काम से बाहर गई हुई है। इसलिए प्राइवेट गाड़ी से ही घटनास्थल पर पहुंचना पड़ा।