पलायन मुद्दे को लेकर चर्चा में रहा है कैराना आपको बता दें कि पलायन मुद्दे को लेकर कैराना का नाम काफी चर्चा में रहा था। इस मुद्दे को उठाने वाले भाजपा सांसद हुकुम सिंह की मौत इसी साल फरवरी में नोएडा के एक अस्पताल में हुई थी। वह काफी समय से बीमारी से पीड़ित थे। उनके निधन के बाद इस सीट पर उपचुनाव हुआ था। उसमें बाबू हुकुम सिंह की बटी मृगांका सिंह को भाजपा की तरफ से उम्मीदवार बनाया गया था। वहीं, तबस्सुम हसन को रालोद की तरफ से टिकट मिला था। उनको सपा का समर्थन भी मिला था। उपचुनाव में तबस्सुम हसन को 4,81,182 वोट मिले थे जबकि मृगांका सिंह को 4,36,564 मत मिले थे। तबस्सुम हसन ने 44,618 वोट से जीत हासिल की थी।
जिला प्रशासन पर लगे थे गंभीर आरोप हार के बाद भाजपा प्रत्याशी मृगांका सिंह ने शामली जिला प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए थे। इसके बाद से डीएम इंद्र विक्रम सिंह सुर्खियों में आ गए थे। बाद में जांच होने पर उपचुनाव में मतगणना शीट में मतों का जोड़ गलत पाया गया था। मुख्य निर्वाचन आयुक्त वेंक्टेश्वर लू के मुताबिक, वोटों के जोड़ का अंतर 3 हजार का था। हालांकि, इससे हार-जीत पर फर्क नहीं पड़ा लेकिन एक भी वोट का गलत जोड़ बहुत ही गंभीर मामला है। इसके लिए जिला निर्वाचन आयोग को जिम्मेदार ठहराया गया। इसके बाद केंद्रीय निर्वाचन आयोग के निर्देश पर शामली के डीएम विक्रम सिंह को हटा दिया गया है। उनकी जगह डीएम अखिलेश सिंह काे शामली की कमान दी गई है।