दीपक कांधला के वार्ड-3 से टिकट की मांग कर रहे थे। उन्हे पूरी उम्मीद थी कि भाजपा उन्हे अपना प्रत्याशी बनाएगी। रविवार शाम को जब लिस्ट जारी हुई तो इस लिस्ट में दीपक सैनी का नाम नहीं था। जब उन्हे इस बात पता चला कि उनका टिकट नहीं हुआ है तो वो काफी क्षुब्ध हो गए। शाम के समय घर जाकर उन्होंने जहरीले पदार्थ का सेवन कर लिया।
दीपक सैनी ने जहरीला पदार्थ खाया तो परिवार में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में परिजन उन्हे स्थानीय चिकित्सकों के पास लेकर पहुंचे। दीपक की हालत देखकर चिकित्सकों ने हाथ खड़े कर दिए और प्राथमिक उपचार के बाद उन्हे हायर सेंटर रेफर कर दिया गया। इसके बाद परिजन दीपक को लेकर मेरठ पहुंचे जहां उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई।