मंडी सचिव संजय सिंह ने बताया की प्रधानमंत्री, राष्ट्रीय कृषि बाजार योजना तहत पहले ही चरण में रोजा गल्ला मंडी को ई नेप से जोड़ा जा चुका है। जिससे किसानों को सीधा लाभ मिल रहा है। उत्तर प्रदेश में गेहूं, धान की सबसे बड़ी मंडी है। जहां लखीमपुर, हरदोई, पीलीभीत का किसान अपना गल्ला बेचने यहां आता है। पिछले एक साल की आवक की बात करें तो यहां जुलाई 2017 से जून 2018 तक 31 लाख 83 हजार कुंतल धान और 22 लाख कुंतल गेहूं की आवक हुई है। एक साल में मंडी में सात सौ करोड़ का बड़ा कारोबार हुआ है। वहीं अगर व्यापारियों से मिलने वाले मंडी शुल्क के रूप में सरकार को लगभग 22 करोड़ रुपये आय हुई है। मंडी में 750 आढ़ती हैं। यहां से धान बड़े पैमाने पर हरियाणा जाता है। वहीं यहां से चावल की रेक साऊथ इंडिया जाती है, जिससे व्यापारियों को बड़े पैमाने पर लाभ मिलता है। किसान मंडी का ख़रीदे गए गेहूं रेक उड़ीसा, बंगलूरू और चेनई तक पहुंचता है।
21 जुलाई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यूपी के शाहजहांपुर में किसान कल्याण रैली करेंगे। उनकी तैयारियों को लेकर बीजेपी के कई मंत्री प्रदेश अध्यक्ष से लेकर स्थानीय नेता, कार्यकर्ता और जिला प्रशासन ने पूरी ताकत झोंक दी है। रैली को सफल बनाने के लिए प्रभारी मंत्री को बड़ी जिम्मेदारी दी गई है। प्रभारी मंत्री दो दिन मे ब्लॉक स्तर पर 12 जन सभाएं कर रैली का प्रचार प्रसार करेंगे। ऐसे में रैली की तैयारियों को देखते हुए जिले दोनों मंत्री भी जिले से बाहर नहीं जा रहे हैं। दोनों मंत्री और स्थानीय नेता जमकर पसीना बहा रहे हैं। आपको बता दें कि बीते 17 जुलाई को पीएम की किसान रैली की तैयारियों को देखने के लिए सीएम ओर पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष ने यहां दौरा कर स्थानीय कार्यकर्ताओं और जिला प्रशासन समेत नौ जिलों के डीएम के साथ एक बैठक कर तैयारियों को लेकर दिशा निर्देश दिए थे।
दरअसल किसानों के लिए पीएम नरेंद्र मोदी एमएसपी बढ़ाने के बाद पहली बार किसान कल्याण रैली यूपी के शाहजहांपुर मे रोजा रेलवे मैदान पर करने वाले हैं। ज्यादा से ज्यादा किसान पीएम की रैली मे पहुंचें। इसके लिए हाई कमान ने अपने मंत्रियों को भी लगा दिया है। शाहजहांपुर के प्रभारी मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी को बड़ी जिम्मेदारी दे दी गई है। प्रभारी मंत्री ब्लॉक स्तर पर दो दिन में 12 जन सभाए कर रैली का प्रचार प्रसार करेंगे। प्रभारी मंत्री 20 जुलाई को खुदागंज ब्लाक में छह जन सभाएं करेंगे और उसके बाद पार्टी के कार्यकर्ताओं और नेताओं के साथ एक मीटिंग भी करेंगे। पीएम की किसान रैली मे नजदीकी सात जिलों के किसानों को बुलाया गया है। इस रैली में करीब 2 लाख किसानों के आने की संभावनाएं जताई गई हैं।