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यूनिवर्सिटी की सौगात तो मिल गई, लेकिन व्यवस्थाएं पुराने ढर्रे पर ही

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शाहडोलMay 26, 2018 / 12:38 pm

Akhilesh Shukla

यूनिवर्सिटी की सौगात तो मिल गई, लेकिन व्यवस्थाएं पुराने ढर्रे पर ही

शहडोल- पं. शंभूनाथ शुक्ल विवि की सौगात निश्चय ही संभाग के लिए एक बड़ी सौगात है। फिलहाल इस नवोदित विश्वविद्यालय की जो व्यवस्थाएं हैं वह पुराने ढर्रे पर ही दौड़ रहीं हैं। जिसके चलते व्यवस्थाएं अभी बेपटरी हैं। पं. शंभूनाथ शुक्ल महाविद्यालय को विश्वविद्यालय का दर्जा तो दे दिया गया है लेकिन व्यवस्थाएं मुहैया नहीं कराई गई हैं।

 

कॉलेज के भवन में संचालित विवि पुराने स्टाफ के भरोसे ही है। पुराने स्टाफ में से कुछ को प्रतिनियुक्ति पर ले लिया गया है शेष महाविद्यालय के स्टाफ के दम पर ही विवि का संचालन किया जा रहा है। ऐसी व्यवस्था के दम पर विवि के व्यवस्थित संचालन की उम्मीद कब तक की जा सकती है। इस पुरानी व्यवस्था के दम पर नवोदित विवि को सम्हाल पाना कितना आसान होगा यह कहा नहीं जा सकता है।

 

विवि में नहीं रखा गया नियमित स्टाफ

पं. शंभूनाथ शुक्ल विश्वविद्यालय की वर्तमान स्थिति पर नजर दौड़ाई जाए तो रेगुलर स्टाफ की कोई समुचित व्यवस्था नहीं है। महाविद्यालय के स्टाफ के भरोसे ही विवि का संचालन किया जा रहा है। कुछ स्टाफ को प्रतिनियुक्ति पर लिया गया है। वहीं ज्यादातर पद अभी भी रिक्त पड़े हुए हैं। महाविद्यालय के अलावा शेष रिक्त पड़े पदों की भरपाई अतिथि प्राध्यापकों के भरोसे किए जाने की कार्ययोजना है।

 

कब मिलेगा नया भवन

नवलपुर में निर्माणाधीन महाविद्यालय भवन भी अभी पूरा होता नजर नहीं आ रहा है। ऐसी संभावना जताई जा रही है कि जुलाई तक भवन बनकर तैयार हो जाएगा। इसके बाद भी इसे व्यवस्थित करने में कई महीने लग जाएंगे। ऐसे में फिलहाल नये भवन में विवि के संचालन के आसार नजर नहीं आ रहे हैं। नये भवन में इसके संचालन में अभी कितना समय लगेगा यह कहा नहीं जा सकता है।

 

अव्यवस्थाओं का आलम

फिलहाल अव्यवस्थाओं की स्थिति बनी हुई है। जिसके चलते छात्रों में आक्रोश है। फिर चाहे वह परीक्षा व्यवस्था हो या फिर छात्रों की अध्यापन प्रक्रिया हो। हाल ही में इनरोलमेंट के लिए छात्रों को अच्छी खासी परेशानी का सामना करना पड़ा। शुक्रवार से प्रवेश प्रक्रिया प्रारंभ होनी थी जिसकी भी समय सीमा बढ़ा दी गई हैै।

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