आकर्षक ढंग से सुसज्जित नंदी महराज और उनकी सींग लोगों के बीच चर्चा का विषय बनी रही। गोविंद आचार्य की माने तो उन्होंने बचपन में ही नंदी महाराज को दान में लिया था। जैसे-जैसे नंदी महाराज की उम्र बढ़ती गई वैसे-वैसे उनकी सींग भी बढ़ती गईं। नंदी महाराज को कई लोगों ने मांगा भी लेकिन दान में उन्होने लिया था। इस वजह से उन्होंने किसी को नहीं दिया।
यह भी पढ़ें- नाइट कर्फ्यू में चोरों का आतंक, बाहर पुलिस कर रही थी गश्त, ज्वेलरी शॉप से लाखों के जेवर ले उड़े चोर
सबकी मनोकामनाएं होती हैं पूरी
नंदी महाराज अद्भुत हैं, सबके मनोरथ पूर्ण करते हैं। गोविंद आचार्य ने चर्चा के दौरान बताया कि, उन्होने नंदी महाराज के साथ भारत भ्रमण किया है। मां नर्मदा के दर्शन करना शेष रह गया था, वो भी उन्होने पूरा कर लिया। भगवान शिव की सवारी नंदी महाराज मानकर लोग पूजते हैं। इसके पहले वो केदारनाथ, बद्रीनाथ, मथुरा, हरिद्वार, ऋषिकेश समेत अन्य स्थलों का भ्रमण कर चुके हैं। गोविंद आचार्य ने बताया कि, ऐसे नंदी महाराज बिरले ही देखने मिलते हैं। अभी 20-22 वर्ष के नंदी महाराज हो गए हैं। तीरथ यात्रा के नंदी है सबकी मनोकामनाएं पूरी करते हैं।