पेंच टाइगर रिजर्व के कोर के साथ बफर क्षेत्र में इन दिनों बड़ी संख्या में पर्यटक जंगल सफारी करने पहुंच रहे हैं। कोर व बफर क्षेत्र में बाघ-बाघिन, तेंदुआ, बायसन, सांभर, चीतल, लंगूर और कई तरह के पक्षी पर्यटकों को नजर आ रहे हैं। पेंच टाइगर रिजर्व में घास सूखने के कारण उसकी चुभन से बचने के लिए टाइगर अक्सर सडक़ किनारे या समतल जगह पर विचरण कर रहे हैं। इसी कारण सफारी के दौरान पर्यटकों को शावकों के साथ बाघिन और शिकार की तलाश में घूमते या आराम करते बाघ, तेंदुआ पेंच की कच्ची सडक़ों पर अधिक नजर आ रहे है।
एक अक्टूबर से शुरू हुए कोर एरिया में पर्यटन को सात माह हो चुके हंै। 30 जून के बाद एक जुलाई से पीटीआर के कोर क्षेत्र में सफारी बंद हो जाएगी। ऐसे में अब पेंच के कोर क्षेत्र में पर्यटक ड़ेढ़ माह ही सफारी का आनंद उठा सकेंगे। वहीं बफर क्षेत्र में साल भर पर्यटन जारी रहता है। हालांकि अधिकांश पर्यटकों की पहली पसंद कोर क्षेत्र ही होता है। यहीं बड़ी संख्या में रिसोर्ट और दूसरी सुविधाएं पर्यटकों को मिलती हैं। पीटीआर का सर्वाधिक राजस्व कोर क्षेत्र से ही मिलता है। इसी वजह से पार्क प्रबंधन भी कोर एरिया में खास ध्यान देता है।
पेंच की फुल चल रही बुकिंग-
गर्मी के इन दिनों में पीटीआर के कोर और बफर क्षेत्र की बुकिंग फुल चल रही है। सुबह की शिफ्ट में अधिकतम 49 और शाम की शिफ्ट में 50 जिप्सी वाहनों का पेंच के टुरिया, रुखड़, कर्माझिरी गेट से प्रवेश हो रहा है। स्कूल-कॉलेज की छुट्टियां शुरु होने से बड़ी संख्या में पर्यटक अपने परिवार के साथ पेंच पार्क में सफारी करने पहुंच रहे हैं। पार्क के सभी रूट पर जंगल सफारी हो रही है। बाघ-बाघिन आसानी से नजर आने के कारण कोर के साथ बफर क्षेत्र में भी पर्यटक बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं। टुरिया क्षेत्र में एल मार्क बाघ अपनी टैरीटरी में नजर आ रहा है। बीजामट्टा वाली बाघिन भी चार शावकों के साथ पर्यटकों को दिखाई दे रही है। पाटदेव वाली बाघिन भी अपने दो शावकों के साथ घूमती नजर आ जाती है। बफर क्षेत्र में की जुगनी बाघिन पिछले कुछ समय से शावकों के साथ पर्यटकों को दिखाई दे रही है। टुरिया से लेकर कर्माझिरी कोर क्षेत्र में काला तेंदुआ दिख रहा है।
दुर्लभ काला तेंदुआ, शावकों के साथ दिख रही बाघिन-
पेंच में इन दिनों दुर्लभ काला तेंदुआ जिसे मोगली की कहानी में बघीरा कहा गया है, वह भी कहीं-कहीं नजर आ रहा है। इसके अलावा बाजीराव बाघ और जुगनी बाघिन भी पर्यटकों को आकर्षित कर रहे हंै। लगभग हर दिन सफारी पर जाने वाले पर्यटकों को बाघ-बाघिन के दीदार हो रहे हैं। जुगनी बाघिन तो अपने चार शावकों के साथ दिखाई दे रही है। पेंच के कोर व बफर क्षेत्र में टाइगर साइटिंग बढऩे से पर्यटकों की संख्या भी बढ़ रही है। काफी पास से बाघ व शावकों को देखकर पर्यटक रोमांचित हो रहे हैं। इसके अलावा अन्य वन्यप्राणी भी पर्यटकों को रोमांचित कर रहे हैं।
इनका कहना है –
पेंच टाइगर रिजर्व के कोर और बफर क्षेत्र में पर्यटन वर्ष 2023-24 में उम्मीद के मुताबिक अच्छी संख्या में भारतीय व विदेशी पर्यटक पहुंच रहे हैं। इन्हें जंगल सफारी के दौरान प्राकृतिक वातावरण और वन्य प्राणी देखकर पर्यटक उत्साहित होते हैं। पर्यटकों की संख्या बढऩे से पेंच का राजस्व भी बढ़ रहा है।
रजनीश सिंह, डिप्टी डायरेक्टर पेंच टाइगर रिजर्व सिवनी