पेंच टाइगर रिजर्व में आए वन अधिकारियों को मुख्यत: पांच विषयों पर चर्चा व प्रोजेक्टर के माध्यम से जानकारी दी जाएगी। जिसमें मुख्य रूप से पेंच में हाल के वर्षों में वन और वन्यप्राणियों की सुरक्षा और संख्या वृद्धि के लिए किए गए नवाचार, पर्यटकों के लिए की गई बेहतर व्यवस्था, कर्मियों को प्रोत्साहित कर बेहतर कार्य कराने आदि विषयों पर चर्चा होगी। इसके अलावा अखिल भारतीय बाघ आंकलन। पुरातत्वाविक भवनों का जीर्णोद्धार। एनटीसीए के प्रोटोकॉल के अनुसार कार्य करने व पेंच के प्रोटोकॉल व वन्यप्राणियों के संरक्षण के लिए किए जा रहे कार्यों पर जानकारी दी जाएगी। अधिकारी पेंच टाइगर रिजर्व के कोर और बफर एरिया का भ्रमण कर यहां की स्थितियों का स्वयं भी भ्रमण कर जानकारी लेंगे।
पेंच टाइगर रिजर्व के रूखड़ गेट से प्रवेश करने वाले पर्यटकों को रविवार की सुबह जंगल सफारी के दौरान दो अलग-अलग जगह बाघिन देखने को मिलीं। पेंच पार्क में इन दिनों गर्मी के कारण पेड़ और झाडिय़ां सूखी हुई हैं, इससे बाघ-बाघिन आसानी से पर्यटकों को नजर आ रहे हैं। रविवार को एक बाघिन जिप्सियों के लिए बने मार्ग पर चलती दिखी। एक अन्य जगह पेड़ों के बीच से गुजरती बाघिन पर्यटकों की ओर देखकर कुछ पल ठहरी और फिर आगे चल पड़ी। इसके अलावा पेंच के वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफर अर्पित दुबे ने एक बाघ की की आकर्षक तस्वीर कैमरे में ली हैं।