इस साल गेहूं का रबका सबसे अधिक है। इसमें सभी वैरायटियों के साथ शरबती गेहूं को भी किसानों ने खेत में अच्छा स्थान दिया, जिसकी पैदावार अच्छी हुई। पिछले कुछ दिन तक मंडियों में शरबती गेहूं के भाव अच्छे मिलने से किसान खुश नजर आ रहे थे, लेकिन अब अचानक गिरावट आ गई है। शुक्रवार को आष्टा मंडी में एक हजार क्विंटल शरबती गेहूं की आवक हुई, जिसमें न्यूनतम 2403 और अधिकतम 3280 रुपए प्रति क्विंटल के भाव बिका। किसानों ने बताया कि इससे नुकसान होगा।
21 हजार 875 क्विंटल की आवक
पिछले पांच दिनों से बंद मंडी में गुरुवार से खरीदी की शुरुआत हुई थी। पहले दिन आवक कम रही, लेकिन शुक्रवार को आवक ने रेकार्ड तोड़ दिए। मंडी में 21 हजार 875 क्विंटल की बंपर आवक हुई। गेहूं लोकवन 1936 से 2338, गेहूं पूर्णा 2154 से 2702, गेहूं मालवराज 1900 से 1995, गेहूं मिल 1850 से 1997,चना कांटा 3000 से 4475, चना मौसमी 4270 से 5602, चना डालर 6853 से 9001,सोयाबीन 3490 से 7280, मसूर 3001 से 6405, राई 5560 से 6291 प्रति क्विंटल के भाव बिकी।
760 रुपए क्विंटल पर पहुंचा प्याज
प्याज फसल खुदाई के बाद इसके कटाई का काम जोरशोर से चल रहा है। किसान मजदूर और परिवार के साथ प्याज की कटाई करने में लगे हैं, लेकिन उनके सामने इसके भाव में आ रही गिरावट से मायूसी छा गई है। आष्टा मंडी में शुक्रवार को 254 क्विंटल प्याज की आवक हुई।न्यूनतम 150 और अधिकतम 760 रुपए प्रति क्विंटल के भाव बिका। इसी तरह से लहसुन की 134 क्विंटल की आवक हुई। लहसुन न्यूनतम 300 और अधिकतम 2030 के भाव बिका।किसानों ने बताया कि लहसुन, प्याज की पैदावार में बहुत लागत लगी है।