आरएके कृषि महाविद्यालय के मौसम विशेषज्ञ डॉ. एसएस तोमर ने बताया कि मध्यप्रदेश में आंधी, बारिश और गरज-चमक का स्ट्रॉन्ग सिस्टम एक्टिव है। आगे तीन दिन कहीं आंधी तो कहीं तेज बारिश होने का अलर्ट जारी किया है। वेस्टर्न डिस्टरबेंस, साइक्लोनिक सर्कुलेशन और ट्रफ लाइन के कारण प्रदेश में 28, 29 और 30 जून को मौसम बदला रहेगा। बुधवार को शहर का अधिकतम तापमान 37.0 डिग्री और न्यूनतम तापमान 25.0 डिग्री सेल्सियस रेकॉर्ड किया गया है। मौसम वैज्ञानिक डॉ. तोमर ने बताया कि हवा की गति 8 किलोमीटर प्रति घंटे और दिशा दक्षिण-पश्चिम रही है।
Weather forecast: IMD की चेतावनी, 2 घंटे बाद 40 जिलों में अचानक आएगी तूफानी बारिश, Yellow अलर्ट जिले में 110.7 मिलीमीटर औसत वर्षा दर्ज: जिले में बीते 24 घंटे में सुबह 8 बजे तक 4.7 मिलीमीटर औसत वर्षा दर्ज की गई। वर्षामापी केन्द्र आष्टा में 6.0, इछावर में 2.0, भैरूंदा में 21.2, रेहटी में 8.0 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई है। एक जून से 26 जून तक 110.7 मिलीमीटर औसत वर्षा दर्ज की गई।
पिछले साल इसी अवधि में औसत वर्षा 129.8 मिलीमीटर थी। जिले की वर्षा ऋतु में सामान्य औसत वर्षा 1148.4 मिलीमीटर है। अधीक्षक भू-अभिलेख के अनुसार जिले के वर्षामापी केन्द्र सीहोर में 161.8, मिलीमीटर, श्यामपुर में 104.0, आष्टा में 85.0, जावर में 90.8, इछावर में 248.0, भैरूंदा में 50.8, बुधनी में 62.0 तथा रेहटी में 83.2 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई है।
Sehore Weather: सीहोर की तरफ बढ़ रहा है मानसून बोवनी में जुटे किसान
प्रीमानसून की बारिश से खेतों में पर्याप्त नमी हो गई है, जिसके चलते किसान खरीफ की बोवनी में जुट गए हैं। किसानों के बोवनी में व्यस्त होने के कारण बाजार में सन्नाटा दिखाई दे रहा है। किसान मानसून के सक्रिय होने से पहले ही खरीफ की बोवनी से फ्री होना चाहते हैं। वैसे खरीफ की बोवनी के लिए यह समय सबसे अच्छा होता है। जिले में खरीफ की बोवनी 15 जून से 15 जुलाई तक होती है। जिले में खरीफ का रकबा 4.50 लाख हेक्टेयर हैं, जिसमें से करीब 20 फीसदी में किसान बोवनी कर चुके हैं।