20 प्रतिशत भाग में ही हो सकता है पर्यटन
नेशनल टाइगर कंजर्वेशन अथोरिटी(एनटीसीए) की गाइडलाइन के अनुसार किसी भी टाइगर रिजर्व में कोर एरिया के बीस प्रतिशत भाग में ही पर्यटन गतिविधियों का संचालन किया जा सकता है। जबकि मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व 759.99 वर्ग किमी में फैला हुआ है। वहीं रणथम्भौर से मुकुंदरा लाए गए बाघ बाघिन अभी दरा रेंज के 200 वर्ग किमी इलाके में विचरण कर रहे हैं।
यह है कशमकश
वन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार मुकुं दरा हिल्स टाइगर रिजर्व लम्बाई में फैला हुआ है। ऐसे में पर्यटकों के लिए सफारी रूट निर्धारित करने में परेशानी हो रही है। विभाग की मंशा दरा रेंज में पांच प्रतिशत क्षेत्र में टाइगर सफारी शुरू करने की है हालांकि अभी तक इस पर निर्णय नहीं हो सका है। सूत्रों के अनुसार यदि विभाग अभी दरा में पर्यटन शुरू करता है और सारे रूट दरा में बना देता है तो बाद में बाघों के सेल्जर आदि इलाकों में जाने के बाद वहां सफारी रूट विकसित नहीं किए जा सकेंगे। मुकुंदरा में टाइगर सफारी शुरू करने के लिए 22 जून को लोकल एडवाइजरी कमेटी की इस संबंध में कोटा में बैठक हुई थी, लेकिन कोई निर्णय नहीं हो सका।
आंकड़ों की नजर में मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व
417 वर्ग किमी कोर एरिया
342.82 वर्ग किमी बफर एरिया
04 बाघ-बाघिन हैं
फिलहाल मुकुंदरा में
10 अप्रेल 2013 को मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व का दर्जा
759.99 वर्ग किमी बाघ परियोजना क्षेत्र
बाघ-बाघिन का बना जोड़ा
रिजर्व की दरा रेंज में बाघिन एमटी-2 व बाघ एमटी-वन का एक साथ विचरण बना हुआ है। वहीं एमटी-3 बाघ का एमटी-4 बाघिन के साथ मूवमेंट है। जून माह से ही बाघ बाघिनों को एक साथ देखा जा रहा है। ऐसे में वन्यजीव विशेषज्ञों की माने तो मुकुंदरा में बाघ बाघिनों का जोड़ा बन चुका है। फिलहाल बारिश का समय है। यह समय वन्यजीवों में मैटिंग का होता है। बारिश के बाद मुकुंदरा में नई सौगात मिलने और बाघों का कुनबा बढऩे की उम्मीद है।
मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व में पर्यटन शुरू करने की कवायद की जा रही है, लेकिन अभी तक इसके लिए सफारी रूट का निर्धारण नहीं हो सका है। ऐसे मेेंं अभी एक अक्टूबर से पार्क में पर्यटन शुरू होने के बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता है। हम रूट निर्धारण करने का प्रयास कर रहे हैं।
आनंद मोहन, सीसीएफ, मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व, कोटा।