करतब से हुए रोमांचित
शोभायात्रा में जहां सजीव झांकियां आकर्षण का केन्द्र रही। वहीं अखाड़ेबाजों के करतबों ने सभी को रोमांचित कर दिया। आंखों पर पट्टी बांध कर एक के बाद एक नारियल फोडऩे के प्रदर्शन को देख कर लोगों ने दांतों तले अंगुली दबा ली। इसी प्रकार युवक के ऊपर से टै्रक्टर चलाने को भी सभी ने सराहा। इसके अलावा लठ्ठ चलाने, तलवारबाजी व सिर पर ईंट रख कर हथौड़े से फोडऩे के प्रदर्शन को भी लोगों ने पसन्द किया।
मौसम ने दिया साथ
इस वर्ष गजानन को विदा करने उमड़े श्रद्धालुओं का मौसम ने भी साथ दिया। सुबह से मौसम सुहाना बना रहा। कभी फुहारे तो कभी रिमझिम के बीच श्रद्धालु पूरे भक्तिभाव से यात्रा में शामिल हुए। हर वर्ष धूप के चलते श्रद्धालु और यात्रा व्यवस्था में तैनात अधिकारी व कर्मचारी पसीने से तरबतर हो जाते थे, लेकिन इस बार मौसम अनुकूल रहने से पसीने और गर्मी की समस्या नहीं झेलनी पड़ी।
बेरिकेडिंग से हुई परेशानी
शोभायात्रा के मद्देनजर शहर में दो दर्जन से अधिक स्थानों पर बेरिकेडिंग की गई। इसके चलते शहर का एक हिस्सा बेरिकेडिंग के घेरे में रहा। इससे लोगों को आवागमन में परेशानी का सामना करना पड़ा। खासकर महिलाएं अधिक परेशान नजर आई। बाइक चालकों को गंतव्य स्थान तक पहुंचने के लिए वैकल्पिक मार्ग तलाशने पड़े।
बिजली रखी बंद
शोभायात्रा के मद्देनजर विद्युत निगम ने विद्युतापूर्ति बंद रखी। कनिष्ठ अभियंता भूपेश शर्मा ने बताया कि सुबह ११ बजे विद्युतापूर्ति बंद की गई। जिस मार्ग से यात्रा गुजरी, उस फीडर की आपूर्ति बंद रखी गई। मार्ग से यात्रा के गुजरने के बाद सम्बन्धित फीडर की आपूर्ति चालू कर दी गई।
कालीसिल नदी में विसर्जन
गणेश प्रतिमा का कैलादेवी स्थित कालीसिल नदी में विसर्जन किया गया। करौली फाटक के बाद समिति पदाधिकारी प्रतिमा के साथ कैलादेवी पहुंचे और पूजा-अर्चना के बाद प्रतिमा विसर्जित की गई। इस दौरान गणपति के जयकारे गंूजते रहे।
ली राहत की सांस
शनिवार को अमित शाह के दौरे के बाद रविवार को पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारी गणेश विसर्जन यात्रा को लेकर व्यस्त रहे। पुलिस अधीक्षक समीर कुमार भी यहां पहुंचे और यात्रा व्यवस्थाओं की जानकारी ली। अतिरिक्त जिला कलक्टर राजनारायण शर्मा यात्रा की समूची व्यवस्था की मॉनीटरिंग कर रहे थे। उपखंड अधिकारी बाबूलाल जाट पूरे समय यात्रा के साथ चल रहे थे। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हिमांशु के नेतृत्व में पुलिस उपाधीक्षक नरेन्द्र शर्मा, अकलेश शर्मा सहित करीब एक हजार पुलिसकर्मी व आरएसी जवान सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर तैनात किए गए। यात्रा सुबह करीब ११ बजे प्रारंभ हुई और शाम ७.३० बजे करौली फाटक पर पहुंची।