मुकुंदरा-शेरगढ़ में से किसी एक जगह किए जा सकते है शिफ्ट
वन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार 2015 के आसपास कोटा के मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व व बारां के शेरगढ़ अभयारण्य को वाइल्ड लाइफ इंस्टीट्यूट ऑफ इण्डिया की टीम ने अपने दौरे के दौरान चीतों के लिए अनूकूल माना था। हालांकि दूसरे चरण में चीतों को यहां पर बसाने की बात कही गई थी, लेकिन अब कूनो में लगातार चीतों की मौत होने से इस दिशा में एक बार फिर से प्रयास किए जा रहे हैं।
पूर्व में सुप्रीम कोर्ट ने भी लगाई थी फटकार : कूनो में लगातार चीतों की मौत होने के बाद पूर्व में सुप्रीम कोर्ट ने भी सरकार व वन विभाग को फटकार लगाते हुए कहा था कि जब कूनो में लगातार चीतों की मौत हो रही है। तो चीतों को कूनो के अलावा कहीं और शिफ्ट नहीं किया जा रहा है। ऐसा क्या है कि चीतों को राजस्थान के जंगलों में शिफ्ट नहीं किया जा सकता।
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इनका कहना है
चीतों को राजस्थान लाने की बात पहले से चल रही हैं। लेकिन इस संबंध में उच्चाधिकारियों के निर्देश नहीं मिले हैं। उच्चाधिकारियों के निर्देश के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। – बीजू जोय, उपवन सरक्षंक, मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व, कोटा।