आठ साल की मासूम सोमवती को डीप कोमा की हालत में छह दिन पहले जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इलाज के बाद भी स्वास्थ्य में सुधार नहीं हो रहा था और आखिरकार उसने दम तोड़ दिया। सोमवती को 20 दिन पहले घर पर ही चलते समय पैर में मोच आ गई थी। इसके बाद उसे जिला अस्पताल लाया गया था। जिला अस्पताल में डॉ संदीप द्विवेदी ने इलाज किया।
डॉक्टर्स ने बताया कि सोमवती की गंभीर हालत को देखते हुए उसे वेंटिलेटर पर रखा गया था। सुधार होने पर उसे वेंटिलेटर से हटाया पर वह बेहोश हो गई। 29 अप्रेल को दोबारा वेंटिलेटर पर रखा गया लेकिन बाद में बच्ची ने दम तोड़ दिया।
गौरतलब है कि सुरंगी टोला की सोमवती मवासी का सितंबर 2022 में कुपोषित होने का वीडियो वायरल हुआ। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने वीडियो को संज्ञान में लेकर 4 सितंबर 2022 को जिला प्रशासन को बालिका की मदद और इलाज कराने के निर्देश दिए थे। इसके बाद सोमवती को जिला अस्पताल में भर्ती कराया और इलाज के बाद उसका वजन 7 किलो से बढ़कर 14 किलो हो गया था।
कुपोषण मुक्त होने पर दिसंबर 2022 को सोमवती को एम्स से डिस्चार्ज कर घर भेज था। जुवेनाइल डायबिटीज सामने आने के बाद एम्स भोपाल में भी उसे भर्ती कराया गया था।