फाइनल ही बिल्डिंग की नई डिजाइन जानकारी के अनुसार मेडिकल कॉलेज के लिए नवीन हास्पिटल बनाने की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई है। पूर्व में इस अस्पताल की जो डिजाइन तैयार की गई थी उसमें कई परिवर्तन किए गए हैं। पहले की डिजाइन में सभी ब्लाक जुड़े हुए थे लेकिन नई डिजाइन में ओपीडी और आईपीडी को अलग अलग कर दिया गया है। इसके साथ ही प्राइवेट वार्ड पहले अलग से थे उसे अब रेग्लुलर वार्ड के साथ ही अलग से बनाया जाएगा। इसके पीछे कास्ट कटिंग मुख्य वजह बताई जा रही है। क्योंकि समय के साथ ही एसओआर दरें बढ़ गई है और लागत भी बढ़ गई है। हालांकि आधिकारिक रूप से कोई भी अधिकारी इस संबंध में बोलने को तैयार नहीं है।
ऐसी होंगी इनडोर की ए विंग इनडोर मरीजों (भर्ती मरीज) के ब्लाक को तीन विंग में बांटा गया है। विंग ए में सबसे नीचे ग्राउण्ड फ्लोर में कैजुअल्टी होगी। दूसरे फ्लोर में 20 बेड का नेत्र रोग विभाग, 25 बेड का अस्थिरोग विभाग होगा। तीसरे फ्लोर में मेडिसिन विभाग 52 बेड का होगा। चौथे फ्लोर में मेडिसिन वार्ड 52 बेड और सर्जरी विभाग होंगे। पांचवे फ्लोर में सर्जरी वार्ड के 52 बेड होंगे। छठवें फ्लोर में आईसीयू के 10 बेड, आईसीसीयू के 10 बेड, एसआईसीयू के 10 बेड, एचडीयू आईसीयू के 10 बेड होंगे। सातवें फ्लोर में ओटी कॉम्पलेक्स होगा जिसमें 8 ऑपरेशन थियेटर होंगे।
बी विंग में होगा पोस्ट आपरेटिव वार्ड विंग बी में ग्राउंड फ्लोर में इमरजेंसी वार्ड 30 बेड, मनोचिकित्सा वार्ड 20 वेड व विभाग व आईपीडी होगी। दूसरे फ्लोर में आर्थोपेडिक वार्ड 50 बेड, तीसरे फ्लोर में मेडिसिन वार्ड 26 बेड, चेस्ट व टीबी वार्ड 20 बेड व विभाग होंगे। चौथे माले में सर्जरी वार्ड 52 बेड, पांचवे माले में सर्जरी वार्ड 26 बेड, इएनटी वार्ड 20 बेड व विभाग, छठवे माले में स्त्री रोग वार्ड 50 बेड व सांतवे माले में प्री आपरेटिव 8 बेड, पोस्ट आपरेटिव 18 बेड के साथ एनेस्थीसिया विभाग होगा।
सी विंग का फोकस गायनी पर सी विंग में ग्राउण्ड फ्लोर में स्त्रीरोग ओपीडी और गायनी इमरजेंसी होगी। दूसरे माले में डीयू ओटी कॉम्पलेक्स व स्त्रीरोग विभाग होगा। तीसरे माले में नर्सरी क्लीन एंड सेप्टिक के 10 बेड, एनआईसीयू 10 बेड, पीकू 10 बेड व शिशु चिकित्सा विभाग होगा। चौथे माले में शिशु रोग वार्ड 50 बेड, पांचवे माले में शिशु रोग वार्ड 25 बेड व हास्पिटल स्टोर होगा। छठवें माले में स्त्रीरोग वार्ड 50 बेड का होगा। सातवें माले में सीएसएसडी व स्किन वार्ड 10 बेड विभाग के साथ होगा।