गुंडे व्यापारी को कस्बे से दूर ले गए और कार से उतार कर उसकी रॉड से पिटाई कर उसे बेदम कर दिया।
गुंडों को यह सजा भी कम लगी, तो उन्होंने जमीन में थूका और व्यापारी से थूक चटवाया। इनता ही नहीं, गुंडों ने अपना पैर भी पड़वाया। उनके हौसले इतने बुलंद थे कि उन्होंने स्वयं पूरी घटना का वीडियो बनवाया और उसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। दिनदहाड़े गुंडों के सितम का शिकार हुआ पीडि़त व्यापारी जब नागौद कोतवाली पहुंचा तो पुलिस अपराधियों से दो कदम आगे निकली.
पुलिस ने इस घटना को असंज्ञेय अपराध मानकर धारा 155 के तहत एनसीआर दर्ज कर फ रियादी को थाने भगा दिया। जिले में सरेआम गुंडागर्दी की इस घटना को लेकर पुलिस की नींद तब टूटी, जब घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया और पीडि़त व्यापारी दो दिन बाद मंगलवार को एसपी कार्यालय पहुंच कर एडिशनल एसपी को घटना की जानकारी देते हुए उन्हें घटनास्थल का वीडियो दिखाया। पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह यादव ने मामाले को गंभीरता से लेते हुए आरोपियों पर अपहरण, रंगदारी और जान से मारने की धमकी के संबंध में प्रकरण पंजीबद्ध कराया।
एसपी के हस्तक्षेप के बाद तीसरे दिन पीडि़त व्यवसायी संतोष पांडेय पुत्र दोलतराम पांडेय (३३) निवासी उरदान थाना नागौद की शिकायत पर नागौद थाना में मुख्य आरोपी शशांक सिंह सहित उसके तीन साथियों पर धारा 365, 386, 341, 294ए,323, 500, 506, 34 के तहत प्रकरण पंजीबद्ध किया गया। आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी के लिए एसपी ने चारों आरोपियों पर १०-१० हजार का इनाम भी घोषित किया। जब सोशल मीडिया पर पुलिस की किरकिरी हुई तो एसपी धर्मवीर सिंह यादव ने आरोपियों की तलाश तेज कराई। देररात सीधी जिले में आरोपी पकड़े गए। कोतवाली सीधी प्रभारी हितेन्द्र नाथ शर्मा की मदद से सतना पुलिस ने मुख्य आरोपी शशांक सिंह बघेल और उसके साथी विनय सिंह को गिरफ्तार कर लिया।
इनके कब्जे से घटना में प्रयुक्त कार एमपी १९ सीसी ६८७५ भी जब्त कर ली गई है। सतना पुलिस की टीम आरोपियों को लेने रवाना कर दी गई है। इस संबंध में सतना के एसपी, धर्मवीर सिंह यादव ने बताया कि संवेदनशील घटना पर संज्ञान लेते हुए आरोपी शशांक बघेल व उसके तीन साथियों के खिलाफ थाना नागौद में धारा 365ए 386ए 341ए 294ए 323ए 500ए 506ए 34 के तहत प्रकरण पंजीबद्ध किया है। प्रत्येक पर 10 हजार रुपए का नकद इनाम घोषित किया। देर रात आरोपी पकड़ लिए गए हैं।