कार्यक्रम का आकर्षण गणगौर पर आधारित मेलोडी गीत रहे। इन्हें समाज की महिलाओं द्वारा फिल्मी गीतों पर तैयार किया और इन्हीं गीतों पर सभी ने मनमोहक नृत्य प्रस्तुत किए। राजस्थान का लोकप्रिय गीत पल्लो लटको और घूमर पर सभी ने जमकर ठुमके लगाएं। गणपता नूत्यां, हनुमत नूत्या, श्याम धनी ने बुलावा हो गीत से इस मेलेडी की शुुरुआत की गई। इसके बाद फूलों का तारों का सबका कहना है, एक हजार में मेरी बहना है, झिनी- झिनी उड़े रे गुलाल, ईसर रो जामों रंग जासी, ओ बिंदिया वाली गौरा एेसा काहे निहारे, चंदन की चौकी चंदनिया बिछाअरी, गौरा चांद सा मुखड़ा तेरा जैसे गीतों पर घंटो महिलाएं झूमती रहीं। इस बीच सभी ने सेल्फी और फोटो भी जमकर क्लिक की।