प्रत्यक्ष दर्शियों ने बताया की 35 वर्षीय किसान पुष्पेन्द्र कुमार द्विवेदी पिता काशी प्रसाद रविवार की शाम लगभग चार बजे खेत में गड्ढ़ा खुदवाकर उसमे विद्युत पोल गड़वा रहा था। पोल को ट्रैक्टर की मदद से गाड़ने के लिए उठाया गया। तभी वह एक तरफ झुकने लगा। खंभे को गिरता देख पुष्पेन्द्र ने दौड़कर उसे पकड़ने की कोशिश की। इस काशिश में वह पोल की चपेट में आ गया और खंभे के नीचे दबने से उसकी गर्दन कट गई। इससे उसकी घटना स्थल पर ही मौत हो गई।
उसके दबते ही खंभा गाड़ने का कार्य कर रहे श्रमिकों ने तुंरत पोल को उसके ऊपर से हटाया लेकित तब तक पुष्पेन्द्र की सांसे थम चुकी थी। मृतक के पिता की सूचना पर मौके पर पहुची रामनगर पुलिस ने शव का पंचनामा करते हुए उसे मर्चुरी भेज दिया। रविवार को रामनगर थाना क्षेत्र के देवराजनगर गांव में घटी इस दर्दनाक घटना ने एक बार फिर किसानों को खुशहाल बनाने किए जा रहे सरकारी प्रयासों की पोल खोल दी है।
खेत में पड़ा बेटे का शव देख बेहोस हो गई मां हादसे में पुष्पेन्द्र की मौत होने की खबर लगते ही गांव में मातम पसर गया। घटना स्थल में लोगों की भीड़ जमा हो गई। हादसे की जानकारी लगते ही मृतक की मां और पत्नी भी बदहवास होकर खेत की और भागी। जमीन पर खून से लथपथ बेटे का शव देख मां उससे लिपटकर बेहोस हो गई। वहीं पत्नी बिलख-बिलख कर रोती रही। यह दृश्य जिसने भी देखा वह अपने आंसू नहीं रोक पाया।