पांच दिन तक चलने वाले मेले की शुरूआत मंदाकिनी नदी में स्नान के साथ शुरु होता है। फिर इसके बाद भक्त गोल आकार में 5 किमी. तक फैले कामदगिरी पर्वत की परिक्रमा लगाते है। परिक्रमा की शुरूआत प्रथम मुखारबिंदु में भगवान कामतानाथ के दर्शन से शुरू होती है। पूरे मेला क्षेत्र में यहीं सबसे ज्यादा भीड़ उमड़ती है। क्योंकि सीढिय़ों को चढऩे के बाद भगवान कामतानाथ के दर्शन होते है।
मेले में किसी भी प्रकार की अव्यवस्था न हो इसे देखते हुए इसे 9 जोन में बांट कर हर जोन में कार्यपालिक मजिस्ट्रेट तैनात किए गए हैं। कलेक्टर सतेन्द्र सिंह, मेला प्रभारी एवं जिपं सीईओ ऋजु बाफना, एसपी रियाज इकबाल भी मेला प्रक्षेत्र का भ्रमण करते रहे।
इस बार हर जोन में तैनात अमले से राउण्ड-द-क्लॉक स्थितियों से अपडेट लिया जा रहा था। हर प्वाइंट पर तैनात अधिकारी हर घंटे की अपडेट वाट्सएप पर दे रहे थे।