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सतना

MP के इस जिले में सूखे का आकलन पहुंचा 158 करोड़, शासन को भेजा गया प्रस्ताव

सतना जिले में 158 करोड़ का सूखा, शासन को भेजी डिमांड

सतनाNov 06, 2017 / 03:56 pm

suresh mishra

satna rain

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रमाशंकर शर्मा @ सतना। जिला प्रशासन ने जिले में सूखे से नुकसान का आकलन पूरा कर लिया है। नुकसान की स्थिति भयावहता सामने आई है। अल्पवर्षा से बने सूखे के हालातों के बीच जिले के 3,53,367 किसान तबाह हो गए हैं। सूखे की वजह से 2,45,926 एकड़ में बोई गई फसल बर्बाद हो गई। बर्बाद फसल की कीमत 157.72 करोड़ रुपए आंकी गई है। सूखे से तबाह हुए अन्नदाता के लिए अब जिला प्रशासन ने राहत के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा है।
अल्पवर्षा के कारण फसलों को हुए नुकसान के लिए लघु एवं सीमांत किसान और अन्य किसानों को हुए नुकसान का अलग-अलग आकलन किया गया है। लघु एवं सीमांत किसानों को हुए नुकसान की स्थिति देखें तो 25 से 33 प्रतिशत नुकसान वाले किसानों की संख्या 1,05,391 है। इनकी 74,722 एकड़ में बोई गई फसलों को नुकसान हुआ है।
फसल नुकसान वाले किसानों की संख्या 36120

इसी तरह से 33 फीसदी से ज्यादा नुकसान वाले किसानों की संख्या 1,60,685 है। इनकी 89077 एकड़ में बोई फसल किसी काम की नहीं रह गई है। इस तरह से कुल 2,66,067 लघु एवं सीमांत किसानों की 163799 एकड़ की फसल बर्बाद हो गई है। अन्य किसानों (बड़े किसान) को सूखे से हुए नुकसान की स्थिति को देखें तो इनमें 25 से 33 फीसदी फसल नुकसान वाले किसानों की संख्या 36120 है।
33 फीसदी से ज्यादा नुकसान

जिनकी 34328 एकड़ रकबे में बोई गई फसल खराब हो गई। 33 फीसदी से ज्यादा नुकसान की स्थिति देखें तो 51171 किसानों की 47799 एकड़ में बोई गई फसल में दाना नहीं निकला। इस तरह से बड़े किसानों की स्थिति भी काफी नुकसानदायक रही। कुल 87291 किसानों के 82187 एकड़ रकबे में बोवनी के बाद भी फसल उत्पादन नहीं हो सका।
सर्वाधिक नुकसान मझगवां में
अल्पवर्षा के कारण फसलों के नुकसान की स्थित देखें तो लघु एवं सीमांत किसानों का सर्वाधिक नुकसान मझगवां तहसील में हुआ है। यहां 18.84 करोड़ की फसल हानि आंकी गई है। वहीं बड़े किसानों की स्थिति में देखें तो रघुराजनगर तहसील में सर्वाधिक नुकसान फसलों को हुआ है। यहां 10.51 करोड़ रुपए की फसल हानि हुई है। नुकसान के समग्र आकलन को देखें तो सबसे ज्यादा फसल हानि मझगवां में 25.18 करोड़ की हुई है। सबसे कम नुकसान कोटर तहसील में 7.09 करोड़ का हुआ है।
2001 गांव हुए प्रभावित
जिले में सूखे का असर 2001 गांवों में देखने को मिला है। सर्वाधिक 287 गांव रघुराजनगर तहसील के शामिल हैं। इनके अलावा मझगवां तहसील के 212 गांव, बिरसिंहपुर तहसील के 166 गांव, नागौद के 264, उचेहरा के 224, मैहर के 254, अमरपाटन के 188, कोटर के 73, रामपुर बाघेलान के 156 तथा रामनगर के 177 गांवों में फसलें खराब हुई हैं।
जिला प्रशासन ने मांगी राहत
खरीब की बोवनी 2,94,623 एकड़ में हुई थी। इसमें हुई फसल हानि के आकलन के बाद जिला प्रशासन ने राहत आयुक्त को 157.72 करोड़ रुपए की राहत राशि की मांग भेजी है। यह राशि आने के बाद किसानों को नुकसान के अनुसार राहत राशि का वितरण किया जाएगा।
खास-खास
3.50 लाख किसान हो गए तबाह
2.45 लाख एकड़ में बोई गई फसल को हुआ नुकसान
1.05 लाख 25 से 33 प्रतिशत नुकसान वाले किसान
1.60 लाख 33 से ज्यादा नुकसान वाले किसान

नुकसान एक नजर में
तहसील लघु एवं सीमांत अन्य किसानों कुल नुकसान
मझगवां 1884 634 2518
बिरसिंहपुर 572 798 1370
रघुराजनगर 690 1051 1741
नागौद 1493 737 2230
उचेहरा 1021 222 1243
मैहर 1280 640 1920
अमरपाटन 993 497 1490
कोटर 543 166 709
रामपुर बाघेलान 1384 419 1803
रामनगर 501 247 748
योग 10361 5411 15772
(राशि: लाखों में)

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