अल्पवर्षा के कारण फसलों के नुकसान की स्थित देखें तो लघु एवं सीमांत किसानों का सर्वाधिक नुकसान मझगवां तहसील में हुआ है। यहां 18.84 करोड़ की फसल हानि आंकी गई है। वहीं बड़े किसानों की स्थिति में देखें तो रघुराजनगर तहसील में सर्वाधिक नुकसान फसलों को हुआ है। यहां 10.51 करोड़ रुपए की फसल हानि हुई है। नुकसान के समग्र आकलन को देखें तो सबसे ज्यादा फसल हानि मझगवां में 25.18 करोड़ की हुई है। सबसे कम नुकसान कोटर तहसील में 7.09 करोड़ का हुआ है।
जिले में सूखे का असर 2001 गांवों में देखने को मिला है। सर्वाधिक 287 गांव रघुराजनगर तहसील के शामिल हैं। इनके अलावा मझगवां तहसील के 212 गांव, बिरसिंहपुर तहसील के 166 गांव, नागौद के 264, उचेहरा के 224, मैहर के 254, अमरपाटन के 188, कोटर के 73, रामपुर बाघेलान के 156 तथा रामनगर के 177 गांवों में फसलें खराब हुई हैं।
खरीब की बोवनी 2,94,623 एकड़ में हुई थी। इसमें हुई फसल हानि के आकलन के बाद जिला प्रशासन ने राहत आयुक्त को 157.72 करोड़ रुपए की राहत राशि की मांग भेजी है। यह राशि आने के बाद किसानों को नुकसान के अनुसार राहत राशि का वितरण किया जाएगा।
3.50 लाख किसान हो गए तबाह
2.45 लाख एकड़ में बोई गई फसल को हुआ नुकसान
1.05 लाख 25 से 33 प्रतिशत नुकसान वाले किसान
1.60 लाख 33 से ज्यादा नुकसान वाले किसान नुकसान एक नजर में
तहसील लघु एवं सीमांत अन्य किसानों कुल नुकसान
मझगवां 1884 634 2518
बिरसिंहपुर 572 798 1370
रघुराजनगर 690 1051 1741
नागौद 1493 737 2230
उचेहरा 1021 222 1243
मैहर 1280 640 1920
अमरपाटन 993 497 1490
कोटर 543 166 709
रामपुर बाघेलान 1384 419 1803
रामनगर 501 247 748
योग 10361 5411 15772
(राशि: लाखों में)