विजेंद्र पाल सिंह के निधन की खबर से पार्टी में शोक की लहर हैं। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है। विजेंद्र पाल ने अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत कांग्रेस से की थी। वह कांग्रेस के सांसद भी रहे।
विजेंद्र पाल सिंह अखिलेश सरकार में मंत्री थे। उनकी बेटी पिंकी यादव समाजवादी पार्टी की वर्तमान विधायक हैं। वे लगातार तीसरी बार विधायक बनी हैं। 2012 के बाद 2017 में भी बीजेपी की आंधी के बावजूद वह असमोली सीट पर सपा को जिताने में सफल रहीं। इस बार विधानसभा चुनाव में वे फिर से विधायक बनीं।
विजेंद्र पाल सिंह का राजनीतिक सफर विजेंद्र पाल सिंह यादव ने अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत कांग्रेस से की थी। उन्होंने बहजोई विधानसभा सीट से पहला चुनाव लड़ा लेकिन वे हार गए। वह 1980 में कांग्रेस के टिकट पर संभल से सांसद बने।
इसके बाद 1985 में बहजोई से कांग्रेस विधायक चुने गए और यूपी सरकार में मंत्री बने। 1989 के चुनाव में उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा था। 1991 में वे फिर कांग्रेस से विधायक बने। इसके बाद उन्होंने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया और समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए। 1993 में उन्होंने अपनी पत्नी को चुनाव लड़ाया लेकिन वह हार गईं। 1996 में विजेंद्र समाजवादी पार्टी से और फिर विधायक बने। विजेंद्र पाल उत्तर प्रदेश बेवरेज फाउंडेशन के अध्यक्ष भी थे। विजेंद्र पाल सिंह समाजवादी पार्टी के मुरादाबाद के जिलाध्यक्ष भी रह चुके हैं।
संभल में कल होगा अंतिम संस्कार विजेंद्र पाल सिंह यादव वर्तमान में मुरादाबाद के मानसरोवर कॉलोनी में रहते थे। उनके दामाद प्रमोद यादव ने बताया कि कल उनका अंतिम संस्कार संभल जिले के फरीदपुर खुशहाल गांव में किया जाएगा। विजेंद्र के निधन पर तमाम नेताओं ने शोक व्यक्त किया है। मुलायम सिंह यादव के बाद वह दूसरे वरिष्ठ नेता हैं जिनका निधन हुआ है।