बता दें कि पूरा मामला कुढफतेहगढ़ के गांव पलथा मिठनपुर का है। बताया जा रहा है कि गांव निवासी किसान अजयपाल अपनी पत्नी के साथ खेतों में काम कर रहे थे। वहीं उनकी 10 साल की बेटी कामिनी आैर एक बेटा वहीं आसपास खेल रहे थे। इसी बीच गांव का ही रहने वाला विद्याराम भी वहां पहुंच गया। उसके हाथ में सिंगल बैरेल गन थी। विद्याराम के हाथ में बंदूक देखकर कामिनी के बालमन ने एेसे ही कह दिया कि अंकल ये बंदूक असली नहीं खिलौना है। बच्ची की इतनी सी बात सुन विद्याराम आग-बबूला हो उठा आैर बच्ची से बोला कि तुझे अभी दिखाता हूं कि बंदूक असली है या नकली। इतना कहते ही उसने बच्ची को गोली मार दी।
इधर, गोली की आवाज सुनते ही अजयपाल व अन्य लोग मौके पर दौड़े तो बच्ची लहूलुहान हालत में मिली। वहीं विद्याराम मौके से फरार हो चुका था। इसके बाद उन्होंने अन्य ग्रामीणों की मदद से तुरंत बच्ची को अस्पताल में भर्ती कराया। जहां चिकित्सकों ने बच्ची की सर्जरी कर बुलेट को निकाल दिया। फिलहाल वह खतरे से बाहर है। वहीं पुलिस ने अजयपाल की शिकायत पर मुकदमा दर्ज करते हुए आरोपी विद्याराम को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।