दरअसल, तालिबान को दी हुई बधाई का उनका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ है। इस वीडियो में मलुकर्रहमान कह रहे हैं कि तालिबान बीते 20 सालों से सुपर पावर देश अमेरिका और जापान जैसे देशों से लड़ाई कर रहा था, वहीं इसके पहले भी वो 10 साल से हुकूमत से लड़ रहा था। बर्क ने तालिबान का साथ देते हुए कहा कि, तालिबान कभी पहले खुद से किसी से लड़ाई करने के लिए नहीं गया है, बल्कि शक्तिशाली देशों ने उस पर हमला किया है। जिसमें तालिबान की कोई भी गलती नहीं है। तालिबान हमारे देश के साथ है इसलिए तालिबान को मुबारकबाद देनी चाहिए।
बता दें कि इसके पहले सांसद डॉ. शफीकुर्रहमान बर्क ने तालिबानियों द्वारा अफगानिस्तान पर किए गए हमले और कब्जे को भारत के स्वाधीनता आंदोलन से जोड़ा था और उन सभी को स्वतंत्रता सैलिनियों से तुलना करते हुए तालिबान द्वारा किए गए कब्जे को सही बताया था। दर्ज हुआ है मुकदमा सांसद डॉ. शफीकुर्रहमान बर्क के मुताबिक भारत में जैसे बड़े से लेकर बच्चे तक अपनी आजादी के लिए लड़ रहे हैं ठीक उसी तरह अब अफगानिस्तान में हो रहा है। जिस तरह से जब भारत देश पर अंग्रेजों का कब्जा था तब पूरा देश ही अपनी आजादी के लिए आगे आया था और लड़ाई की थी ठीक उसी तरह से ही अब तक अफगानिस्तान पर अमेरिका का कब्जा हो रखा था।
वहां के लोगों को भी आजादी चाहिए थी, जिसके लिए उन्होंने तालिबान का सहारा लिया और अपने देश को आजाद कराया है। यह अफगानिस्तान और तालिबान का निजी मामला है, इसमे किसी दूसरे का सवाल उठाना नहीं बनता है। सांसद के इस बयान के बाद उनके खिलाफ संभल के बीजेपी नेता राजेश सिंघल ने कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया था।