उन्होंने आगे कहा कि जिस तरह से जनसंख्या कानून लाने की बात हो रही है, वह आवाम के हित में नहीं है। अगर देश की आबादी ज्यादा घट गई और किसी मुल्क से लड़ाई होती है तो तब क्या होगा। अल्लाह को जिसे पैदा करना है, उसे कौन रोक सकता है, वह पैदा होगा ही। अल्लाह के रहमों करम से ही सभी को खाना मिलता है, फिर वह चाहे गरीब हो या अमीर। जनसंख्या कानून से किसी तरह का कोई लाभ नहीं होने वाला है। वहीं उन्होंने यूनिफार्म सिविल कोड पर कहा कि जब ये कानून आएगा तो उस पर भी चर्चा होगी। अभी इस पर कुछ नहीं कहा जा सकता।
सपा सांसद ने आगे कहा कि भाजपा सरकार अवाम को कुछ दे नहीं सकती है। लोगों को अब कानून के बहाने सहूलियतें न देकर और चुनाव लड़ने से रोकर परेशान किया जाएगा। इसलिए ये कानून लाए जा रहे हैं। सरकार कोरोना को कंट्रोल करने में भी विफल रही है। वैक्सीन मैंने भी लगवाई है, इसमें कोई बुराई नहीं है। हम लोग कानून मानने वाले हैं, मगर जनसंख्या का मसला अल्लाह का कानून है। अलाह को जितनी रूहें पैदा करने है, वह आएंगी ही, उन्हें कोई नहीं रोक सकता। अब इस कानून के बहाने दो से ज्यादा बच्चे होने पर तनख्वाह नहीं देंगे, चुनाव नहीं लड़ने देंगे। इस तरह से आवाम को परेशान किया जाएगा।