यूपी में योगी सरकार के बुलडोजर एक्शन पर अखिलेश यादव ने निशाना साधते हुए कहा था कि अगर 2027 में उनकी सरकार बनेगी तो बुलडोजर का रुख गोरखपुर की तरफ मोड़ दिया जाएगा। अखिलेश यादव के इस बयान पर सीएम योगी ने पलटवार करते हुए कहा कि बुलडोजर चलाने के लिए दिल और दिमाग दोनों चाहिए। दंगाइयों के सामने नाक रगड़ने वाले लोग बुलडोजर के सामने वैसे ही पस्त हो जाएंगे।
आचार्य प्रमोद कृष्णम ने अखिलेश पर साधा निशाना
अब, आचार्य प्रमोद कृष्णम (Acharya Pramod Krishnam) ने सपा प्रमुख पर निशाना साधते हुए कहा कि जिस तरीके से बाबर, तैमूर लंग, नादिर शाह, मोहम्मद गजनवी ने हिंदू मठों को तहस-नहस किया था। मठ-मंदिरों को तोड़ा और बर्बाद किया था। अखिलेश यादव का यह कहना की बुलडोजर का मुंह गोरखपुर की तरफ मोड़ देंगे, ये तो धमकी है। क्या वो यह कहना चाहते हैं कि वह गोरखपुर पीठ को तोड़ देंगे? क्या वह कहना चाहते हैं कि गोरखनाथ मंदिर को तोड़ देंगे। यह वही अखिलेश यादव हैं, जिनकी पार्टी ने निहत्थे राम भक्तों पर गोलियां चलाई थी, जिन्होंने श्री कल्कि धाम के निर्माण पर पाबंदी लगाई थी। 7 नवंबर 2016 को संभल में हमारे यहां श्री कल्कि धाम के मंदिर के निर्माण पर पाबंदी लगाकर उसको रोक दिया गया था। यह वही अखिलेश यादव हैं, जिन्होंने राम मंदिर के निर्माण में रोड़े अटकाए थे।
‘आजादी के बाद यूपी को पहली बार मिला चरित्रवान मुख्यमंत्री’
Acharya Pramod Krishnam ने कहा कि भगवान की कृपा से और भारत की जनता और लोकतंत्र के आशीर्वाद से ना ही राम मंदिर, ना ही कल्कि धाम के निर्माण और ना ही योगी आदित्यनाथ को मुख्यमंत्री बनने से रोक पाए। देश की आजादी के बहुत दिनों बाद पहली बार उत्तर प्रदेश को एक चरित्रवान, एक साधु, एक निर्भीक, निडर और निष्पक्ष मुख्यमंत्री मिला है। मुझे लगता है कि योगी आदित्यनाथ इन धमकियों से डरने वाले नहीं हैं, 2027 में अखिलेश यादव का जो सपना है मठ-मंदिरों को ध्वस्त करने का, वह पूरा नहीं होगा।
‘सपा-कांग्रेस ने लोगों को ठगा’
आचार्य प्रमोद कृष्णम ने सीएम योगी का समर्थन करते हुए कहा कि सख्त फैसला वो लेता है, जिसके दिल में सच होता है, समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के नेताओं में सच्चाई नहीं है, ये झूठ बोलते हैं, हिंदुओं और मुसलमानों को ठगते हैं। मुसलमान को भी झूठ बोलकर इन्होंने बहुत दिनों तक ठगा है और उनके साथ विश्वासघात किया है। मुझे नहीं लगता कि अभी देश में छद्म धर्मनिरपेक्षता (सूडो सेकुलरिज्म) की पॉलिटिक्स चल पाएगी।
जातीय जनगणना करने से कोई फायदा नहीं: प्रमोद कृष्णम
आचार्य प्रमोद कृष्णम ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर योगेंद्र यादव का वीडियो शेयर करने पर कहा कि उन्होंने यह कहा है कि जातीय जनगणना करने से कोई फायदा नहीं होने वाला है, क्योंकि किस जाति की कितनी संख्या है, अगर हमें पता चल जाए, वैसे यह तो आज ही पता है। इस बात को पता होने से उस जाति का उत्थान या कल्याण कैसे होगा। हमें जरूरत इस बात की है जो सामाजिक दृष्टिकोण से पिछड़े, शोषित लोग हैं, उनको आगे करना चाहिए। आज देश को जरूरत इस बात की है। कैसे गरीबी को मिटाया जाए, कैसे गरीबों को अगली पंक्ति में लाया जाए। मगर, यह जो विपक्ष है, सिर्फ जाति जनगणना कहकर इस समाज को तोड़ना चाहता है और समाज के साथ-साथ इस देश को तोड़ना चाहता है। विपक्ष जातियों के नाम पर देश को बांटना चाहता है।