वर्ष 2022 में सहारनपुर सिर्फ आतंकी गतिविधियों को लेकर ही सुर्खियों में नहीं रहा, इसी वर्ष देवबंद में कमांडों सेंटर की नीव भी रखी गई। सहारनपुर के आतंकी कनेक्शन को देखते हुए यहां लंबे समय से कमांडो सेंटर की आवश्यकता थी लेकिन पूर्व की सरकारें देवबंद में कमांडो सेंटर की नीव रखने की हिम्मद नहीं दिखा पा रही थी।
वर्ष 2022 में एटीएस ने सहारनपुर से नदीम नाम के एक संदिग्ध आतंकी को गिरफ्तार किया। पूछताछ में इसने हैरान कर देने वाला खुलासा किया। सुरक्षा एजेंसियों के अनुसार अगस्त महीने में सहारनपुर से गिरफ्तार किए गए नदीम नाम के संदिग्ध आतंकी का आतंकी संगठन जैस-ए-मोहम्मद से कनेक्शन सामने आया था। पूछताछ में इसने बताया था कि इसे भाजपा नेत्री नपुर शर्मा की हत्या का टास्क पाकिस्तान से मिला था।
तीन नवंबर को सहारनपुर से दो संदिग्ध आतंकी गिरफ्तार किए गए। इनमें से एक 28 वर्षीय आस मोहम्मद था और दूसरा हरिद्वार का रहने वाला 23 वर्षीय मोहम्मद हारिश था। इन दोनों संदिग्धों के AQIS एक्यूआईएस व जेएमबी JMB मॉड्यूल आतंकी संगठन से कनेक्शन सामने आए थे। दोनों पड़ोसी राज्य उत्तराखंड में सक्रिय थे।
नवंबर माह में ही एटीएस की टीम ने यूपी और उत्तराखंड से आठ लोगों को हिरासत में लिया था। इनमें से चार संदिग्ध सहारनपुर के रहने वाले थे। तीन दिन तक एटीएस का यह अभियान चला था। इसमें एटीएस ने जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश जेएमबी से जुड़े आठ संदिग्ध लोगों को गिरफ्तार किया था। इनमें लुकमान सहारनपुर के गांव सैयद माजरा का रहने वाला था। दूसरा कारी मुख्तार मनोहरपुर कोतवाली सदर बाजार का रहने वाला था। तीसरा कामिल जहीरपुरा कोतवाली देवबंद क्षेत्र का रहने वाला था और तीसरा मोहम्मद अलीम कैलाशपुर थाना गागलहेड़ी का रहने वाला था।