जिलाधिकारी सहारनपुर जनमंच में आयोजित एक युवा सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि आज युवा पीढ़ी और अभिभावक जिस तरह से इंग्लिश के पीछे दौड़ रहे हैं यह उचित नहीं है। इंग्लिश यानी अंग्रेजी भाषा की पोल खोलते हुए वह बाेले कि इंग्लिश में CH को कहीं ‘च’ तो कहीं ‘क’ बोला जाता है। प्रश्न उठाया कि जब PUT ‘पुट’ है तो BUT ‘बुट’ क्यों नहीं है। इस तरह के उदाहरण देते हुए उन्होंने युवाओं काे समझाया कि जो सम्मान जो अर्थ हिंदी भाषा में है वह किसी भी भाषा में नहीं है।
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OMG: जिला अस्पताल की इमरजेंसी में पैसों के बदले इलाज, नर्स का वीडियो हुआ वायरल जिलाधिकारी ने इस दाैरान दुनिया के कुछ देशों का उदाहरण देते हुए कहा कि दुनिया के दस सबसे अधिक विकसित देशों में अंग्रेजी नहीं बाेली जाती। यह भी बताया कि दस सबसे अधिक जीडीपी वाले 7 देशों में इंग्लिश नहीं बाेली जाती। इस तरह युवाओं काे समझाते हुए उन्हाेंने कहा कि, वह इंग्लिश का विरोध नहीं करते, इंग्लिश को जानना चाहिए लेकिन उसके पीछे पागल होना बिल्कुल भी उचित नहीं है। उन्हाेंने कहा कि किसी चीज का अभाव नहीं हाेना चाहिए लेकिन किसी चीज का इतना प्रभाव भी नहीं हाेना चाहिए कि आप पागल हाे जाएं।
इस तरह उन्हाेंने कहा कि जाे लोग इंग्लिश के पीछे भाग रहे हैं उन्हें समझना चाहिए कि हमारी राष्ट्रभाषा अच्छी है और हमें हिंदी की ओर ध्यान देना चाहिए। आज जब 10 जनवरी काे World Hindi Day पर दुनियाभर में हिंदी दिवस स्पीच हाे रही हैं, हिंदी दिवस भाषण दिए जा रहे हैं, हिंदी दिवस कविता लिखी जा रही हैं, हिंदी दिवस का महत्व बताया जा रहा है और Hindi Day news सर्च की जा रही है ताे ऐसे में सहारनपुर जिलाधिकारी आलाेक कुमार पांडेय का यह संबाेधन भी चर्चा में है इस पार बात की जा रही है।