UP Police Exam के लिए लिए देबारा की 10वीं और 12वीं
पकड़े गए युवक ने पुलिस को बताया कि मेरा असली नाम धीरज कुमार पुत्र जगदीश कुमार है और बुलंदशहर के थाना बीबीनगर क्षेत्र के गांव सैदपुर का रहने वाला हूं। बताया कि, ‘मेरी उम्र करीब 32 साल है। उप निरीक्षक पद के लिए परीक्षा दी थी लेकिन फएल हो गया था। उम्र अधिक होने जाने के कारण फिर दोबारा से 10वीं और 12वीं की पढ़ाई की। इस बार अपनी उम्र कम करा ली और नाम भी बदल लिया। बताया कि, ‘मेरी असली जन्मतिथि 2009 है लेकिन इस बार जन्मतिथि 2002 करवाई थी। इस तरह दूसरे नाम से परीक्षा देने आया था लेकिन पकड़ा गया।
अब जीवनभर नहीं कर पाएगा कोई सरकारी नौकरी
धीरज कुमार उर्फ रवि कुमार के अब दो नाम हो गए हैं। धीरज ने यूपी पुलिस में भर्ती होने के लिए अपना नाम भी खो दिया है। इस घटना के बाद अब वह जीवन भर कोई भी सरकारी नौकरी नहीं कर पाएगा। प्राईवेट नौकरी में भी यह जालसाजी हमेशा उसका पीछा करेगी और पैर में बंधे एक पत्थर के पाट की तरह उसे हमेशा पीछे की ओर खींचती रहेगी। फिलहाल ( Saharanpur Police ) कोतवाली सदर बाजार पुलिस ने रवि को गिरफ्तार कर इसके खिलाफ केस तैयार कर लिया है। न्यायालय के समक्ष अब रवि को पेश किया जा रहा है जहां से उसे जेल भेज दिया जाएगा। एसपी सिटी अभिमन्यु मांगलिक ने बताया कि परीक्षा पर हर तरह से नजर रखी जा रही है। कोई भी नटवरलाल नहीं बच पाएगा।