एटीएस की पूछताछ में यह बात सामने आई है कि अजहरुद्दीन के निशाने पर नवयुवक थे। नव युवकों को अजहरुद्दीन जेहादी साहित्य पढ़ाता था और उन्हें कुछ वीडियो दिखाता था। इन वीडियो को दिखाकर युवाओं के मन में अपने देश के प्रति जहर घोलता था। अजहरुद्दीन के अलकायदा इन इंडियन सबकॉन्टिनेंट यानी एक्यूआईएस और न्यू जमात उल मुजाहिदीन बांग्लादेश जेएमबी के कनेक्शन सामने आए हैं। ये काफी समय से इस काम को कर रहा था।
आतंकी संगठनों से जुड़ी सामग्री भी बरामद
देश विरोधी आतंकी संगठनों से जुड़ी वीडियो और अन्य सामग्री भी अजहरुद्दीन के पास से बरामद हुई है। इस तरह बीते वर्ष में एक बार फिर से सहारनपुर का आतंकी कनेक्शन सामने आया है। आपको बता दें कि वर्ष 2022 में सहारनपुर से 20 से अधिक संदिग्ध आतंकी गिरफ्तार किए गए। इस तरह बीते वर्ष में आतंकी गतिविधियों को लेकर सहारनपुर खासी सुर्खियों में रहा। अब एक बार फिर साल के अंतिम दिन सहारनपुर का आतंकी कनेक्शन उजागर हुआ है। यूपी एटीएस ने लखनऊ से जिस संदिग्ध को गिरफ्तार किया है वो सहारनपुर का रहने वाला निकला।
सहारनपुर के आतंकी कनेक्शनों को देखते हुए यूपी सरकार ने सहारपुर में एटीएस कमांडों सेंटर बनाया है। देवबंद में एटीएस कमांडों सेंटर की नीव रखी गई है। इसकी एक वजह यह भी है कि सहारनपुर यूपी का ऐसा जिला है जिसकी सीमाएं उत्तराखंड, हरियाणा पंजाब और हिमाचल प्रदेश से जुड़ती हैं।