योगी सरकार का बड़ा कदम, 23 स्कूलों पर शिक्षा विभाग ने लटकाया ताला
दक्षिण की मलयालम फिल्म में मोहम्मद साहब की पत्नी और बेटी का नाम लिए जाने से उठा विवाद अभी थमा भी नहीं था कि अब सोना महापात्रा के म्यूजिक एल्बम को लेकर नया बखेड़ा खड़ा हो गया है। सूफी फाउंडेशन के बाद अब देवबंदी के उलेमा ने भी उनके गाने के वीडियो पर एतराज जताया है। देवबंदी के आलीम मुफ्ती तारीख कासमी का कहना है कि कोई भी ऐसा गीत जिससे देश के अंदर नफरत फैले और विवाद हो मंजूर नहीं होगा। उनका कहना है कि जरा सी पॉपुलैरिटी और शोहरत के चक्कर में कभी-कभी लोग ऐसा कर जाते हैं कि शहर या देश की व्यवस्था खराब हो जाती है। ऐसे गीत जिससे किसी भी मजहब किसी भी धर्म की आस्था को ठेस पहुंचती हो गाने वाले, लिखने वाले और उसके ऊपर रियेक्ट करने वाले हर आदमी को ये सोचना चाहिए। इसलिए देश की व्यवस्था को बनाए रखने के लिए किसी भी मजहब किसी भी धर्म किसी भी ऐसे पहलू को नहीं करना चाहिए जिससे नुकसान पहुंचे।भाजपा के ये पूर्व केंद्रिय मंत्री जिताएंगे कैराना लोकसभा उपचुनाव!
दरअसल सोना महापात्रा के नए एल्बम के गाने तोरी सूरत को लेकर सूफी मदारिया फाउंडेशन ने धमकी दी है। फाउंडेशन का कहना है कि गाना वल्गर है और इससे सांप्रदायिक दंगे हो सकते हैं। इतना ही नहीं सोना महापात्रा ने अपनी शिकायत में कहा है कि उन्हें धमकी दी गई है कि वो अपने अपनी सभी वीडियो जल्द से जल्द हटा लें। उनके पांच साल पहले एक गाने पर भी आपत्ति जताते हुए हटाने को कहा है।