यह भी पढ़े- दर्दनाक हादसा: हापुड़ में ट्रेन से कटकर छह दोस्तों की मौत, एक गंभीर जिला अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में यह घटना रविवार की देर शाम को घटी। बावजूद इसके अस्पताल के प्रमुख अधीक्षक को सोमवार सुबह तक भी इस घटना की जानकारी नहीं हुई। सोमवार सुबह जब हमने प्रमुख अधीक्षक से बात की तो उन्होंने कहा कि उन्हें ऐसी किसी घटना की जानकारी नहीं है यानि साफ है कि स्टाफ ने कहीं ना कहीं इस घटना को छुपाने की कोशिश की है और मामले को दबाने के लिए प्रमुख अधीक्षक तक भी इस घटना को नहीं जाने दिया।
यह भी पढ़े- मनचला युवती से बोला- आजा मेरी गाड़ी में बैठ जा, लेकिन लड़की ने ऐसे सिखाया सबक, देखें वीडियो- आखिर क्यों फैली दहशत प्राथमिक पूछताछ में हमें यह जानकारी मिली कि आइसोलेशन वार्ड में ऑक्सीजन गैस के सिलेंडर में रिसाव हुआ था। यदि यह जानकारी सही है तो ऑक्सीजन सिलेंडर के रिसाव से कोई नुकसान होने की अधिक आशंका नहीं थी। बावजूद इसके अफरा-तफरी क्यों मची। इसके पीछे दहशत को कारण माना जा रहा है। ऐसा हो सकता है कि गोरखपुर की घटना अभी तक लोगों के दिमाग से बाहर ना आई हो और गोरखपुर में जो हुआ था उसी घटना के मद्देनजर सहारनपुर के आइसोलेशन वार्ड में हुए गैस रिसाव से लोग घबरा गए और अपने मरीजों को लेकर वार्ड से बाहर की ओर दौड़ पड़े।
यह भी पढ़े- भाजपा को बड़ा झटका, अपने ही गढ़ में चारों खाने चित हुए प्रत्याशी घटना की कहानी पीड़ितों की जुबानी सोमवार सुबह जब हम आइसोलेशन वार्ड पहुंचे तो हमने यहां भर्ती मरीजों और उनके तीमारदारों से बात की और उनसे पूछा कि आखिर क्या घटना घटी थी। यहां मौजूद तीमारदारों और मरीजों ने बताया कि अचानक तेज धमाका हुआ और गैस रिसाव होने लगा इससे वे सभी घबरा गए और बाहर की ओर भागने लगे। इससे पहले कि कुछ समझ पाते एक दूसरे को देखकर सभी बाहर की ओर भागने लगे और अफरा तफरी मच गई। पूछने पर उन्होंने बताया कि जब लोग बाहर की ओर भाग रहे थे उस समय किसी स्टाफ ने उन्हें रोकने की कोशिश नहीं की और ना ही कोई मदद के लिए आया। जब सारे मरीजों व तीमारदार वार्ड से बाहर निकल गए तो उसके बाद पहुंचे स्टाफ और डॉक्टरों ने गैस रिसाव को बंद किया। इसके बाद वार्ड में शिफ्ट होने की गुजारिश की गई और बताया कि इस रिसाव से स्वास्थ्य पर कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है। आप सभी अपने बेड पर चले जाएं।