यह भी देखें-https://www.youtube.com/watch?v=h3g4c8QCCBM
समीक्षा के दौरान डीएम ने कहीं थी यह बात
जिलाधिकारी पीके पाण्डेय ने बताया कि उन्होंने आज नगर पंचायत परिषद बेहट, थाना बेहट, खण्ड विकास कार्यालय सढौली कदीम व सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सढ़ौली कदीम का औचक निरीक्षण किया था। इसी दौरान जिलाधिकारी ने कुछ पत्रावलियों की समीक्षा की। इन पत्रावलियों में कुछ कमियां थी, जिनके दुरूस्त करने के निर्देश दिये गये थे। उन्होंने कहा कि सर्विस बुक की पत्रावलियों में उत्तराधिकारी के नामांकन ना होने पर जिलाधिकारी महोदय ने इतना कहा था कि यदि किसी सरकारी कर्मी की मौत हो जाती है, तो नामांकन ना होने की स्थिति में परिजन एक दूसरे का गला काटने लगते है। ऐसी स्थिति उत्पन्न ना हो, इसलिए सभी कर्मियों के नामांकन को सर्विस बुक में दर्ज कराया जायें। उन्होंने कहा कि इस बात आैर तथ्यों को वीडियो में तोड़ मरोड़ कर प्रस्तुत किया गया है।
सांसद निधि से चल रहा था
काम , कुछ एेसा हुआ चंद कदमों के फासले पर बची कर्इ जिन्दगी
अधिशासी अधिकारी ने किसी भी धमकी से किया इनकार
वहीं वायरल हुर्इ वीडियो में जिन अधिशासी अधिकारी नगर पंचायत परिषद बेहट राजीव कुमार को यह गला काटने की बात कहते डीएम दिख रहे है। उन्हीं अधिकारी राजीव कुमार ने ऐसी किसी घटना से इंकार किया है। उन्होंने कहा कि यह सब किसी न किसी की शरारत है। डीएम साहब ने एेसी कोर्इ बात नहीं कहीं थी। उस दौरान अन्य कर्इ अधिकारी व कर्मचारी भी मौजूद थे।