यह घटना 1 जनवरी की शाम की है। नई दिल्ली जालंधर एक्सप्रेस जैसे ही सहारनपुर रेलवे स्टेशन से अंबाला के लिए रवाना हुई तो प्रवीण नाम का एक व्यक्ति चलती हुई ट्रेन में चढ़ने का प्रयास करने लगा। इस व्यक्ति ने पहले अपने 12 वर्षीय बेटे अजय को चलती हुई ट्रेन में बैठाने की कोशिश की लेकिन अजय का पैर ट्रेन की सीढ़ियों से रपट गया और वह चलती हुई ट्रेन और प्लेटफॉर्म के बीच में लटक गया। यह देख प्लेटफार्म पर तैनात आरपीएफ कर्मी प्रदीप ने बेहद फुर्ती से दौड़ लगाई और बच्चे को खींचने का प्रयास किया लेकिन पहले प्रयास में विफल हो गया। इसके बाद प्रदीप ने शोर मचा दिया और बच्चे के हाथ पकड़ लिए। यह देख आसपास के लोग भी मदद के लिए आगे आ गए। प्रदीप ने शोर मचाकर गार्ड को सूचना दी क्योंकि यह अंतिम बोगी थी तो गार्ड ने तुरंत ही घटना को देख लिया और ट्रेन की रफ्तार को कम करा दिया और इस तरह आरपीएफ कर्मी प्रदीप ने अपनी जान पर खेलकर इस इस बच्चे की जान बचा ली।