हमले पर दुःख जताते हुए उन्हाेंने कहा कि, यह किसी भी देश के लिए, देश की राजधानी के लिए और राजधानी में सियासत कर रहे राजनीतिज्ञों के लिए एक बड़ा सेट बैक है, बड़ा सवा है कि आप लोग कर क्या रहे हैं ? बाेले कि, मैं इससे बहुत चिंतित हूं। आखिर जेएनयू के अंदर हमला करने वाले नकाबपोश लोग हैं कौन ? हाथ में लाेहे की राेड़ लिए वो नकाबपोश कौन लड़कियां हैं जो अंदर जाती हैं और जाने के बाद चीख पुकार मचती है।
एक सवाल खड़ा करते हुए दीपांकर महाराज ने कहा कि, लोग लहूलुहान होकर बाहर आते हैं और इसके दस मिनट बाद पॉलटिकल लोगों के पहुँच जाने से ऐसा लग रहा है कि, यह मामला सुनियोजित है। ऐसे लोगों पर कड़ी कार्यवाही करनी चाहिए। वरना आने वाले समय मे लोग अपने बच्चों को यूनिवर्सिटी व कॉलेजो में पढ़ने को भेजने से भी डरेंगे।