सहारनपुर समेत कई जिलों में प्रथम चरण में पंचायत चुनाव ( UP Panchayat Chunav ) होने हैं। जिन गांव में पहले चरण में चुनाव होने हैं वहां पर रात भर दावतों का दौर चल रहा है। इसका कारण यह भी है कि इन गांव में मतदान के लिए अब काफी कम समय शेष बचा है। प्रत्याशियों को लुभाने के लिए हर गांव में दावतें उड़ाई जा रही हैं। पुरुषों के लिए प्रत्याशियों के घर और घेर में प्रोग्राम चल रहे हैं तो महिलाओं को उनके घर पर ही पकवान भिजवाऐं जा रहे हैं।
ऐसे में प्रत्याशियों ने अलग-अलग इंतजाम किए हैं। शाकाहारी प्रत्याशियों के लिए अलग खाना बनाया जाता है तो मांसाहारी प्रत्याशियों के लिए मुर्गे और शराब की दावत अलग से होती हैं। यही कारण है कि एकाएक मुर्गों की कीमतों में उछाल आ गया है। दरअसल बाजार में मुर्गों की डिमांड अचानक बढ़ गई है। गांव में ताे मुर्गे अब ढूंडे भी नहीं मिल रहे।
मुर्गा व्यापारी मोहकम सिंह के अनुसार पिछले दिनों बर्ड फ्लू की दस्तक के बाद मुर्गे की कीमतों में काफी गिरावट आ गई थी। 100 रुपये किलो भी मुर्गा नहीं बिक रहा था। इसी तरह से अंडों की भी दुर्दशा हो गई थी और दो रुपये में भी अंडा नहीं बिक रहा था लेकिन अब ग्राम पंचायत चुनाव ( Gram Pradhan Election ) ने मुर्गा व्यापारियों के चेहरे खिला दिए हैं। मुर्गों की कीमतें 200 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई हैं उन्होंने उम्मीद जताई है कि जैसे-जैसे मतदान नजदीक आएगा चुनाव प्रचार बढ़ेगा तो मुर्गों की कीमत और भी ऊपर जा सकती हैं।