जीना तो है उसी का जिसने ये राज जाना
है काम आदमी का औरों के काम आना
हिंदी फिल्म का यह गीत तो आपने सुना ही होगा। पत्रिका के विशेष कार्यक्रम person of the week में आज हम आपकी मुलाकात ऐसी ही सोच रखने वाले सहारनपुर के जिलाधिकारी आलोक कुमार पांडेय से करा रहे हैं।
जिलाधिकारी सहारनपुर आलोक कुमार पांडेय जब IAS की तैयारी कर रहे थे तो उनके गांव के पास वाले रेलवे स्टेशऩ पर यात्रियों के बैठने के लिए कोई शेड नहीं था। उस समय उन्हें धूंप में ही खड़े होकर इंतजार करना होता था। जिला अधिकारी बनने के बाद भी उन्हें अपने वह पुराने दिन याद रहे। गांव के दूसरे बच्चों और बुजुर्गों को इस तरह की परेशानी ना उठानी पड़े यही सोचकर अब उन्होंने अपने गांव के पास वाले रेलवे स्टेशन पर यात्री शेड बनवाया है। सोशल मीडिया पर जिलाधिकारी के इस कार्य की जमकर तारीफ हो रही है।
इस बारे में पूछने पर जिलाधिकारी आलोक कुमार पांडेय ने बताया कि रेलवे से अनुमति लेकर उन्होंने यह शेड रेलवे स्टेशन पर अपने गांव के पास बनवाया है और इसे बनवाने की आवश्यकता उन्हें तभी से लग रही थी जब व IAS की तैयारी कर रहे थे। गांव के बुजुर्ग व्यक्ति महिलाओं को धूंप और बरसात में काफी परेशानी होती थी और अब इसी सोच के साथ उन्होंने रेलवे स्टेशन पर यात्री शेड बनवाया है।
जिलाधिकारी ने यह भी बताया कि वह अपने पिता की इच्छा पूरी करने के लिए अपने गांव द्वारिकागंज सुल्तानपुर गए थे और उन्होंने अपने गांव द्वारिका में (जो अब शहर का रूप ले चुका है) वहां अपने पिता की इच्छानुसार मंदिर की स्थापना करवाई है और इसी दौरान यह यात्री शेड भी बनवाया गया है।