बता दें कि पूर्व विधायक माविया अली ने गणतंत्र दिवस पर देवबंद में करीब 10 हजार तिरंगे झंडे लोगों की छतों पर लगवाए थे। नगर पालिका परिषद के अधिशासी अधिकारी विनोद कुमार का कहना है कि उन्होंने एसडीएम के मौखिक आदेश पर झंडे उतरवाने का ऐलान कराया था। उनका कहना है कि यह आदेश केवल उन्हीं झंडों के लिए थे, जो कि गलत तरीके से लगाए गए हैं। वहीं इस संबंध में एसडीएम राकेश कुमार का कहना है कि उन्होंने केवल नियमानुसार झंडा नहीं लगाने वालों को झंडा उतारने के आदेश दिए थे।
वहीं, पूर्व विधायक माविया अली ने कहा है कि तिरंगा झंडा फहराना मौलिक अधिकार है। सर्वोच्च न्यायालय की गाइड लाइन के अनुसार ही तिरंगे झंडे लगाए गए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार के इशारे पर ही प्रशासन ऐसा कर रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार मुस्लिमों से तिरंगा झंडा लेकर उनके हाथों में पत्थर थमाना चाहती है। भारतीय जनता पार्टी की इस साजिश को कभी कामयाब नहीं होने देंगे।