यह भी पढ़ें- कोरोना संक्रमण से मौते के बाद पत्नी और बेटों ने किया ऐसा सलूक, खबर पढ़कर कांप जाएगी रूह
देवबन्दी आलिम मुफ्ती असद कासमी ने कहा की इस वक्त पुरे देश में लॉकडाउन लागु है। इस बार लॉकडाउन की वजह से मुबारक महीने रमजान के अन्दर मुस्लमानों ने मस्जिदों के अन्दर समूह में नमाज तक अदा नहीं कर पाए। सिर्फ जिनको इजाजत मिली हुई है वे तीन-चार लोग ही रमजान के महिने मे नमाज अदा कर रहे हैं। इसी तरिके से रात में तरावी की नमाज जिसमें कि कुरान शरिफ सुन्ने-सुनाने का मामला है। उसमें भी घर के अन्दर ही तीन चार लोग ही तरावी अदा कर रहे हैं। जहा तक अलविदा जुमे की बात है तो लॉकडाउन लागु रहा तो अलविदा जुमा भी इसी तरिके से अदा किया जायेगा। लॉकडाउन अगर खुल जाता है तो सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए अलविदा जुमे की नमाज अदा की जाएगी।
यह भी पढ़ें- नोएडा में फिर हुआ बड़ा कोरोना विस्फोट, एक दिन में इतने संक्रमित मिलने के बाद मरीजों की संख्या हुई 224
उन्होंने कहा कि जहां तक ईद की बात है। अगर लॉकडाउन खुलता है तो सोशल डिस्टेस को ध्यान में रखते हुए ईदगाह और मस्जिदों में ईद की नमाज अदा की जाएगी। ईद की नमाज घरों पर पढ़ने का यह मसला है कि जहां हर आदमी आ जा सकता है। वहां उन घरों पर ईद की नमाज अदा की जा सकती है। उन्होंने कहा कि इस बात का ध्यान रखेम कि इस मुबारक महीने के अंदर बाजारों की रोनक हरगिज न बनें। शोपींग न करें, जो भी घर के अंदर अच्छे कपड़े हो, उन्हीं को पहन कर ईद की नमाज अदा करें। ऐक दुसरे से हाथ न मिलाए और न ही गले मिले। इसी तरिके से ऐक दुसरे के पास जाकर ईद की मुबारक बाद पेश न करें। लॉकडाउन का पालन करें। सरकार ने जो गाइडलाईन जारी की है। उसका पालन करें। प्रशासन का एहतराम किया जाए और सरकार के सभी आदेशों का पालन करें।