‘वक्फ बोर्ड को लेकर सरकार की नियत साफ’
अबरार जमाल ने कहा कि वक्फ बोर्ड को लेकर सरकार की नियत साफ है। वो चाहती है कि वक्फ बोर्ड के नियम में संशोधन हो। इसमें बदलाव हो और तब्दीली आए, जिससे मुसलमानों को फायदा पहुंचे। अगर वाकई सरकार की यही मंशा है तो इस संशोधन बिल का स्वागत होना चाहिए।
‘सबसे ज्यादा फर्जीवाड़ा हुआ है वक्फ बोर्ड के साथ’
अबरार जमाल ने आगे कहा कि हिंदुस्तान में अगर किसी संस्था के साथ सबसे ज्यादा फर्जीवाड़ा हुआ है तो वो वक्फ बोर्ड के साथ हुआ है। कोई शहर, जिला, कस्बा और इलाका ऐसा नहीं है, जहां वक्फ की संपत्ति के साथ धांधली न हुआ हो। हम चाहते हैं कि मुस्लिम धर्म इससे आजाद हो। सरकार खास तौर पर वक्फ बोर्ड की निगरानी करे ताकि किसी भी प्रकार की धांधली न हो सके।
‘विपक्ष चाहता है कि मुसलमान सिर्फ इफ्तिखार पार्टी तक ही रहे महदूद’
वक्फ संशोधन बिल को लेकर कांग्रेस के विरोध पर भी कारी अबरार जमाल ने अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि विपक्ष चाहता है कि मुसलमान सिर्फ इफ्तिखार पार्टी तक ही महदूद रहे। मुसलमान सिर पर टोपी लगाने तक ही महदूद रहे। मुसलमान कब्रिस्तान की बाउंड्री तक ही महदूद रहे। मुसलमान सिर्फ मस्जिद बनाने और उसे हटाने में ही उलझा रहे।
ये लोग कर रहे वक्फ संशोधन बिल का विरोध
अबरार जमाल ने कहा कि जो भी लोग वक्फ संशोधन बिल को पढ़े नहीं हैं, वो लोग ही इसका विरोध कर रहे हैं। अगर आप सहारनपुर की बात करें तो हाल ही में कमिश्नर ने एक चिट्ठी जारी की थी, जिसमें सामने आया कि यहां के लोगों का वक्फ पर करोड़ों का बकाया है। ये वसूली कौन करेगा ? इसकी निगरानी कौन करेगा ? यह सरकार की जिम्मेदारी है और वो जब ऐसा कर रही है तो हमें इस पर कोई ऐतराज नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि जो भी कानून बनता है वो सबके लिए बनता है। हमारी खुशनसीबी है कि हमारी किसी संपत्ति पर सरकार निगरानी करके उसे फ्रॉड होने से बचा रही है। हमें इसका स्वागत करना चाहिए। यह काबिले-तारीफ है।