एसआईटी की प्राथमिक जांच में यह बात सामने आई है कि वर्ष 2013- 14 मेंं सहारनपुर जिला समाज कल्याण अधिकारी ने शाकंभरी पैरामेडिकल कॉलेज बादशाही बाग के खाते में 44 लाख 25 हजार से अधिक धनराशि छात्रवृत्ति के रूप में भेजी थी। जब इसकी पड़ताल की गई तो 21 छात्रों के बयान लिए गए। इनमें से 19 छात्रों ने कभी कॉलेज में प्रवेश ही नहीं लिया था। 19 ऐसे छात्र निकले जिन्हे कॉलेज और शिक्षण संस्थान देखें ही नहीं थे। महज दाे छात्रों ने प्रवेश लेने की बात कही। इसी तरह से मिलेनियम इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नॉलॉजी बिहारीगढ़ सहारनपुर को भी वर्ष 2012-13 से लेकर वर्ष 2014-15 के बीच एक करोड़ 69 लाख से अधिक धनराशि छात्रवृत्ति के रूप मे भेजी गई थी लेकिन जांच में पता चला कि इन छात्रों के बैंक खातों में एक ही मोबाइल नंबर का प्रयोग किया गया। इस तरह सहारनपुर के इन शिक्षण संस्थानों ने फर्जी छात्र दिखाकर सरकारी धन डकार लिया। केवल सरकारी धन ही नहीं डकारा बल्कि शिक्षण संस्थानों ने देशभर में शिक्षण संस्थानों की छवि काे धूमिल करने का काम किया।
एसआईटी एसपी टी मंजूनाथ के अनुसार इन शिक्षण संस्थानों पर हुई रिपोर्ट