दरअसल, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत सहारनपुर में करीब 2 करोड़ की लागत से 7 सड़कों का नवीनीकरण होना था। इनके लिए टेंडर मांगे गए थे और इन टेंडर में शर्त थी कि सभी सड़कों का निर्माण हॉट मिक्स प्लांट्स द्वारा किया जाना है, लेकिन अब ये सड़कें मैनुअल तरीके से बनाई जा रही हैं। पीडब्ल्यूडी एक्सपर्ट की मानें तो हॉट मिक्स और मैनुअल तरीके से सड़क बनाई जाए तो दोनों विधि से निर्माण कराए जाने में आधे का फर्क आता है। यानि हॉट मिक्स प्लांट से अगर सड़क बनाई जाए तो उसमें लगभग दोगुनी लागत आती है। ऐसे में साफ है कि इन सड़कों में भारी गोलमाल हो रहा है और आधे से अधिक पैसा बचाने की तैयारी है। बावजूद इसके इस ओर कोई
ध्यान नहीं दिया जा रहा है और इन सात सड़कों को जिले में मैनुअल तरीके से बनाया जा रहा है। यहां हम आपको बता दें कि 2 सड़कें बन भी चुकी हैं। इनमें रखवाला में धूमधाम आंजना की सड़क भी शामिल है। रखवाला की सड़क पर ग्रामीणों ने हंगामा किया था और यह आरोप लगाए थे कि सड़क को ठीक तरीके से नहीं बनाया जा रहा है। अब बाकी बची 5 सड़कों को भी इसी तरीके से लीपापोती करके बनाने की तैयारी हो रही है।
क्या कहते हैं अफसर जानकर आप भी रह जाएंगे हैरान सहारनपुर में चल रहे इस गोलमाल के बारे में पूछने पर अफसरों ने जो कहा उसे जानकर आप भी हैरान रह जाएंगे। प्रधानमंत्री सड़क विकास योजना खंड के एक्सईएन एमके संतोषी ने माना कि टेंडर के मुताबिक हॉटमिक्स प्लांट से यह काम होने थे और अब मैनुअल हो रहे हैं। इस पर वह आगे कहते हैं कि हालात खराब हैं। खनन बंद होने से सहारनपुर में कोई भी ठेकेदार इन सड़कों को बनाने के लिए तैयार नहीं है। ऐसे में उनके सामने मजबूरी थी इन सड़कों को मैनुअल तरीके से बनवाने की। वह दावा करते हैं कि सड़कों की गुणवत्ता पर इसका असर नहीं पड़ने दिया जाएगा और सड़कें मजबूत ढंग से ही बनाई जाएंगी, लेकिन ऐसे में सवाल यह है कि क्या वाकई ये सड़कें हॉट मिक्स प्लांट से बनी सड़कों जितनी मजबूत और अच्छे बन सकेंगी?