दाह संस्कार कराने के बाद मृतक अनुराग शर्मा की पत्नि ने तहरीर कोतवाली सिविल लाइन के इंस्पेक्टर बिजेंद्र पाल सिंह को दी। पुलिस ने उनकी तहरीर पर चार अज्ञात हमलावरों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर मुकद्दमें की विवेचना शुरू कर दी है।
सैकड़ों की भीड़ में ज्यादातर लोग उनके करीबी मिलने वाले और राजनीतिक लोग थे। पुलिस के अफसरान भी मोर्चा संभाले हुए थे लेकिन वह भीड़ को लेकर कुछ नहीं बाेले। लॉक डाउन के बीच भीड़ काे देखकर भी किसी ने काेई कार्रवाई नहीं की।
मृतक अनुराग शर्मा की चार बेटियां हैं। एक बेटा है। घर में उनकी माता और पत्नि हैं। पत्नी वार्ड से सभासद हैं। सभी का बुरा हाल है। हिन्दू नेता की छवि जिले में है। यही वजह रही कि रात से अब तक अनुराग शर्मा के चाहने वाले लोग अस्पताल में हंगामा करते रहे। पीएम हाउस पर भी हंगामा हुआ था। जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में तोड़फोड़ की डाक्टरों ने अपनी जान दूसरे कमरे में छुप कर बचाई थी।
24 घंटे बाद भी पुलिस हत्यारों काे नहीं पकड़ पाई है। पुलिस काे गुरुवार दाेपहर काे तहरीर मिली है। इसी तहरीर के आधार पर पुलिस ने चार अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्त्या का केस दर्ज किया है। अब पुलिस हर एंगल से जांच में जुटी है। बीती शाम अनुराग शर्मा के घर से 500 मीटर की दूरी पर चार हमलावर आए और दो गोलियां मारकर अऩुराग शर्मा की हत्या कर दी। चिकित्सकों ने जैसे ही उन्हे मृत घाेषित किया ताे परिवार काे लोग भड़क गए।
परिजनों का आरोप था कि अगर डॉक्टर थोड़ी भी गम्भीरता से उन्हें देखकर ट्रीटमेंट करते तो जान बच सकती थी, लेकिन डाक्टरों ने ऐसा नही किया। रात में पहुंचे आईजी रेंज मुरादाबाद रमित शर्मा से उनकी माँ बोली यहां पर डॉक्टर लापरवाह हैं। इनका इलाज आजम खां ठीक से करते थे। उनके रहते हुए ही अस्पताल में सब ठीक था अब नहीं है।