रिपाेर्टरः लाेकसभा चुनाव 2019 के नतीजाें काे आप किस तरह से देखते हैं विशेषकर सहारनपुर सीट पर ? इमरान मसूदः देखिए नतीजाें का सम्मान किया चाहिए। चुनाव के अंदर जब लड़ाई हाेती है ताे काेई जीचता है काेई हारता है। सभी काे अपनी-अपनी जीत की उम्मीद हाेती है हमे भी थी। अब ये अलग बात है कि हमारे पक्ष में नजीते नहीं आए, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि हम इन नतीजाें का सम्मान ना करें। हमे नजीताें का सम्मान करना चाहिए मैं नतीजाें का सम्मान करता हूं।
रिपाेर्टर: आप दावा कर रहे थे कि मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच है गठबंधन कही नहीं है, अब नतीजे बिल्कुल विपरीत हैं ताे क्या आपकाे कार्यकर्ताओं ने गलत फीड किया ? इमरान मसूदः देखिए ऐसा नहीं है। मैने अभी कहा चुनाव में हार जीत हाेती है सभी काे अपनी जीत की उम्मीद हाेती है। हमे भी थी इसलिए यह दावे किए जा रहे थे किसी के भी पास चुनाव से सटीक आकड़े नहीं हाेते।
रिपाेर्टरः आपकाे ऐसा ताे नहीं लगता, आप कांग्रेस के साथ खड़े थे कांग्रेस की हालत इस बार खराब रही ताे इसलिए आपकाे भी कम वाेट मिले ? इमरान मसूदः नहीं, वाे ताे देखिए समय का चक्र है। अब इसके अंदर बहुत ज्यादा कहना मैं समझता हूं बेमानी हाेगी, अब जाे भी है हम उसकाे स्वीकारतें है इसके अलावा कुछ नहीं कह सकते।
रिपाेर्टरः लाेकसभा चुनाव 2019 में कांग्रेस में इतनी बार हुई क्या वजह मानते हैं ? इमरान मसूदः देखिए कांग्रेस की हार नहीं हुई है, यह इवीएम की जीत हुई है। रिपाेर्टरः भाजपा काे जाे प्रचंड बहुमत मिला ?
इमरान मसूदः वह भी ईवीएम की ही जीत है। मैं कह रहा हूं ना EVM की जीत है।
रिपाेर्टर: इसका मतलब आपकाे अभी भी ऐसा लगता है कि ईवीएम में गड़बड़ी थी ?
इमरान मसूदः जी बिल्कुल 100 प्रतिशत इवीएम में गड़बड़ी है। सारे आकड़े पहले से तय हाे जाएंगे भाजपा के नेता पहले से घाेषणा करते रहे, ऐेसे में साफ है कि कुछ ना कुछ ताे है।
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रिपाेर्टरः अगर ईवीएम में गड़बड़ थी ताे राहुल गांधी 8 लाख वाेटाें से कैसे जीते ?
इमरान मसूदः देखिए यह बहुत बड़ा प्रश्न है ? हम तीन स्टेट में चुनाव जीतते हैं फिर छह महीनें में ही दूसरे चुनाव में उन्ही स्टेट में हमारा सूपड़ा साफ हाे जाता है जिनमें हम सरकार बनाकर आ रहे हैं। ताे यह बहुत सारे प्रश्न हैं जाे कहीं ना कहीं दिखाते हैं कि कुछ ना कुछ ताे है।
रिपाेर्टरः आपके राष्ट्रीय अध्यक्ष इस्तीफे की पेशकश कर रहे हैं ? इमरान मसूदः नहीं, राहुल जी के बिना मैं समझता हूं कि राहुल जी के बिना कांग्रेस का कुछ मुझे दिखाई नहीं देता। हमारे जैसे लाेग ताे राजनीति छाेड़ना बेहतर समझेंगे अगर राहुल जी नहीं हैं।
रिपाेर्टरः अगर राहुल गांधी स्तीफा देते हैं ताे आप क्या करेंगे ? इमरान मसूदः मेरे जैसे आदमी काे ताे समझ में नहीं आता कि हमे फिर राजनीति करनी भी चाहिए या नहीं करनी चाहिए। हम ताे राहुल जी के साथ खुद काे इस तरह से जाेड़े हुए हैं कि राहुल जी के बिना ताे हम अपना असित्तव ही नहीं समझते।
रिपाेर्टरः चुनाव नतीजाें के बाद आपकाे अचानक हैलीकॉप्टर से दिल्ली बुलाया गया काेई विशेष वजह ? इमरान मसूदः नहीं-नहीं काेई खास वजह नहीं, मुझे बुलाया गया था मैं चला गया। देखिए मीटिंग चल रही हैं पार्टी में मंथन में चल रहा है मुझे भी बुलाया गया था।
रिपाेर्टरः क्या मंथन चल रहा है ? कुछ बदलाव भी हाे सकते हैं ? इमरान मसूदः देखिए ये बड़े स्तर की बाते हैं ये सभी निर्मय राहुल गांधी जी काे करने हैं। रिपाेर्टरः आपके राजनीतिक विराेधी हाजी फजलुर्रहमान जीते हैं क्या कहेंगे उनके लिए ?
इमरान मसूद: उनकाे जीत की मुबारकबात, उम्मीद करता हूं कि लाेगाें की उम्मीद पर खरे उतरे लाेगाें के लिए लड़ाई लड़ें। जाे रवैया प्रदेश और केंद्र सरकार का है उसके खिलाफ एक मजबू आवाज बने मेरी शुभकामनाएँ हैं उनके साथ।
रिपाेर्टर: क्या लाेकसभा चुनाव 2019 ने सहारनपुर के मुस्लिमाें के एक नया नेता दिया है क्या नए सांसद विकल्प बनेंगे इमरान मसूदः देखिए ये ताे समय बताएंगा कि क्या हाेगा क्या नहीं हाेगा ? अभी वह एमपी बने हैं ताे अभी उन्हे मजबूती के साथ लाेगाें की आवाज काे उठाना चाहिए। लाेगाें के साथ हाे रहे जुल्म और ज्यादती के साथ लड़ना चाहिए।
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